मऊ 17 जुलाई 2022 जनपद के
दोहरीघाट (मऊ) भगवान शिव को सावन का महीना अतिप्रिय माना जाता है और इसलिए सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना का भी विशेष महत्व है,और साथ ही साथ भगवान परशुराम और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के मिलन से ही उक्त कस्बे का नाम दोहरीघाट यानी दो हरी जहां मिले उसे दोहरघाट कहा गया। सावन महीने के तीसरे दिन शनिवार दोहरीघाट कस्बे के रामघाट पर शनिवार को सरयू नदी में 53 किलो वजन चांदी का शिवलिंग मिलने को लोग चमत्कार मान रहे हैं।शिवलिंग को अलौकिक बताया जा रहा है।प्राप्त सूचना के अनुसार दोहरीघाट कस्बे के भगवानपूरा निवासी राम मिलन साहनी शनिवार को नदी किनारे बर्तन धूलने के लिए नदी से रेत निकाल रहे थे,तभी उन्हें नदी में हाथ में कुछ लौह अयस्क का आभास हुआ तथा कुछ चमकता हुआ दिखाई दिया,राम मिलन साहनी ने पास में ही स्नान कर रहे कुछ और लोगों को बुला लिया और नदी में जाकर देखा तो चमकती हुई चीज दिखाई दी जो शिवलिंग थी।नदी में चांदी का शिवलिंग मिलने की खबर आस पास के लोगो मे आग की तरह फैलते ही मौके पर लोगो की एवं हजारों श्रद्धालुओं भीड़ जुट गई।राम मिलन साहनी ने शिवलिंग को नदी से बाहर निकाल कर ब्राह्मणों को बुलवाकर उसकी विधिवत पूजा पाठ किया।इसके बाद शिवलिंग को दोहरीघाट थाने को सौप दिया गया,समाचार लिखे जाने तक शिवलिंग थाना में रखा हुआ था। तथा पुलिस अधीक्षक मऊ प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।वही स्थानीय लोगो ने इस अलौकिक शिवलिंग 53 किलो चांदी के शिवलिंग की कीमत लगभग 32 लाख रुपए से ऊपर की होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
रिपोर्टर
आदित्य नारायण वर्मा
ब्युरो चीफ
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