आगरा संवादाता (अर्जुन रौतेला)। ताज नगरी आगरा के रहने वाले 13 वर्षीय देवांश धनगर द्वारा प्रशिक्षित “श्री गिर्राज देवांश अकादमी” के 30 छात्रों ने दिल्ली में अबेकस ओलंपियाड संगठन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया।
जिन 30 विद्यार्थियों में अजीत धनगर, हिमांशु धनगर,अमन गोला, मयंक धनगर, जया धनगर, जया बघेल, जयेस बघेल, जयेश राठौर, अरनव शिकवार, आदर्श सिकरवार, आदर्श तिवारी, पीयूष धनगर, अनुष्का धनगर, दीपिका गोला, अमन गोला, दिव्यांशु गोला, ज्योति गोला, प्रशांत राठोर वरुण धनगर, शिवानी धनगर, यश धनगर, सुमित उप्रेती, अस्मित खान, कार्तिक धनगर, शिवम बघेल, गुंजन बघेल, जयदेव धनगर, हर्ष राजपूत, दुर्गा राजपूत, पारुल मीणा, तनु सिकरवार सहित इस प्रतियोगिता में पूरे भारत में लगभग 1200 से अधिक बच्चों ने भाग लिया था। जिसमें देवांश धनगर द्वारा प्रशिक्षित सभी छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में विजय हासिल की।
ओलंपिक एसोसिएशन समिति ने देवांश धनगर को तीसरी बार बेस्ट टीचर का अवार्ड देते हुए कहा कि 13 वर्षीय शिक्षक डॉ. देवांश धनगर की अपने विद्यार्थियों के प्रति लगन, समर्पण व त्याग का प्रतिफल है यह। संगठन कोडिंग मास्टर डॉ. देवांश धनगर के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।
देवांश धनगर का कहना है कि हमारे विद्यार्थियों ने बहुत मेहनत की और सभी ने इस प्रतियोगिता में विजय हासिल की और मुझे बेस्ट टीचर का अवार्ड तीसरी बार दिलवाया इसके लिए मैं अपने विद्यार्थियों के साथ साथ उनके अभिवावकों का बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं, और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं, मुझे बेहद खुशी है कि हमारे विद्यार्थी ग्रामीण परिवेश से निकलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपना पता का लहरा रहे हैं इसके लिए अपनी अकादमी के सभी विद्यार्थियों को पुनः बहुत-बहुत धन्यवाद।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।