*गुनाहों की माफी के लिए की गई दुआएं*
शबे बरात के मौके पर मुस्लिम समाज के लोगों ने मस्जिद और इबादत गाह में जाकर अल्लाह की इबादत कर अपने गुनाहों की माफी के लिए दुआएं कीं। अल्लाह शबे बरात की रात को गुनहगारों के गुनाहों को माफ फरमाता है। पूर्वजों के नाम पर प्रसाद बनाकर गरीबों को वितरित किया गया। कब्रिस्तान में जाकर उनकी कब्रों पर पुष्प अर्पित किए।
शबे बरात के मुबारक मौके पर दावते इस्लामी इंडिया की जानिब से होटल चांद बशीर मंटोला पर विशाल सुन्नतों भरा इज्तिमा ( जलसा) का आयोजन किया गया
जलसे मे शाहजहांपुर के मौलाना रिजवान अत्तारी द्वारा बयान किया अपने बयान में समाज में फैली बुराइयों पर रोशनी डाली शराब, जुआ से बचने की सोच दी और शबे बरात की (फजीलत) अच्छाई के बारे में बताया इस रात को इबादत में गुजरना चाहिए आतिशबाजी पटाखे वगैरा से बचना चाहिए।
ऐसे काम नही करने चाहिए जिससे लोगों को नुक्सान पहुंचता है।आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। इज्तिमा में मुख्य रूप से शाहिद अत्तारी, फुरकान अत्तारी,हाजी यूनुस अत्तारी और दिलशाद अत्तारी आदि अन्य इस्लामी भाई मौजूद रहे।
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