अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। कालिंदी विहार स्थित आगरा आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय के प्रांगण में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मकर संक्रांति का पर्व समाजसेवियों के द्वारा मनाया गया। इस पर्व के अवसर पर आगरा शहर के वरिष्ठ समाजसेवियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया, जिसमें विद्यालय के छात्र छात्राओं को कम्बल, खिचड़ी, रेवड़ी, बिस्किट, नमकीन, चॉकलेट आदि भेंट किए गए।
जैसा कि आप सभी को विदित है कि मकर संक्रांति का पर्व दान, पुण्य का पर्व है, इस दिन लोग अपने कठोर परिश्रम से अर्जित किए हुए धन से अपनी बहिन – बेटियों, बेसहारा, गरीब, रोगी, बुजुर्ग, गाय इत्यादि को कुछ न कुछ दान देकर पुण्य कमाने का प्रयास करते हैं। तो ऐसे में आगरा के समाजसेवियों ने आगरा आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय के बच्चों संग यह पुण्य कमाया।
अन्य समाजसेवियों में अमित कुमार, राजेश शर्मा, ट्विंकल सिकरवार, इशानी यषिता, आदित्या शर्मा, अंकित गोस्वामी, प्रकाश, हरि संकर बघेल, मीना देवी, प्रो. कमलेश वर्मा, अभिषेक शर्मा, श्रीनिवास गौतम, सुनील कुमार सिंह, सनद कुमार गुप्ता, आशीष भारद्वाज, हरि गोपाल उपाध्याय, पूजा, आलोक वैष्णव, एम पी सिंह, सुमित चौहान, सुबोध कुमार आदि द्वारा बच्चों को बिस्किट, नमकीन, कम्बल वस्त्र, गजक, मूंगफली, रेवड़ी, खिचड़ी, फल, मिठाईयां कराया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से संस्थापक जगन्नाथ सिंह बघेल जी, प्रधानाचार्य जाकिया बानो, अध्यापक श्री राम गुप्ता, प्रशांत कुमार, योगेश बघेल, अध्यापिका साफिया, निकिता कर्मचारी राखी , बाबू कुशवाह, योगेश कुमार आदि मौजूद रहे |
Prem Chauhan
Editor in ChiefUpdated Video
विज्ञापन पेमेंट एवं डोनेशन के लिए स्कैन करें। धन्यवाद
रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।