अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की (एसईआई) यात्रा ब्रज की पावन धरा पर पधार चुकी है। सील विद्यार्थी परिषद का प्रकल्प है, यह यात्रा एक अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन की राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा, जिसका उद्देश्य भिन्न-भिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत एवं भाषा शैली आदि समझना है।
पूर्वोत्तर से आए ये सभी विद्यार्थी प्रतिनिधि प्रत्येक दिन के अनुसार तय कार्यक्रमो में विभिन्न शैक्षणिक परिसरों, इंडस्ट्रीज, मीडिया हाउस का भ्रमण कर अपने अपने मेजबान परिवारों के साथ उनके घरों में रहने प्रत्येक प्रतिनिधि को घर के वातावरण से दूर महसूस न हो इसलिए उन्हें 30 मेजबान परिवारों के साथ ठहराया जाता है।
आज निर्धारित समय सारिणी के अनुसार यात्रा में आए मेघालय, असम, मिजोरम, मणिपुर ,अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड एवं सिक्किम ऐसे 8 राज्यों से कुल 30 प्रतिनिधि विद्यार्थी सुबह 10:30 बजे टूंडला जंक्शन पर पधारे जहां समस्त फिरोजाबाद ,टूंडला एवं आगरा के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिनिधि विद्यार्थियों का ढोल नगाड़ों के साथ मालाएं पट्टिकाएं पहना एवं पुष्प वर्षा कर किया गया जोरदार स्वागत किया ।
स्टेशन पर स्वागत के पश्चात एतमादपुर स्थित होटल राष्ट्रदीप में सभी विद्यार्थी प्रतिनिधियों का भव्य स्वागत एवं भोजन हुआ जिसके बाद सभी प्रतिनिधियों ने ताजमहल भ्रमण हेतु प्रस्थान किया और ताजमहल निहार कर सभी उसकी खूबसूरती देख मंत्रमुग्ध हो गए।
मेघालय से आए दल प्रमुख बांस इंग क्वॉटर ने बताया यहां के कार्यकर्ताओं का द्वारा किए गए स्वागत में अपनत्व की भावना है और ये हम सब भावुक कर देने वाला पल है। ऐसा स्वागत सम्मान पाकर एक सुखद अनुभूति हो रही है और यहां के विद्यार्थी कार्यकर्ताओं से बात चीत की तो मानों लगा ही नहीं कि वे हमसे अलग हैं या हम यहां अतिथि है वास्तव में कार्यकताओं द्वारा अतिथि देवों भव: की पंक्ति को सार्थक अर्थ प्रदान किया है ।
मिजोरम से आई दिवासा चकमा ने बताया कि हमें पहली बार शील के माध्यम से विभिन्न राज्यों की संस्कृति और शिक्षा एवं भाषा शैली को समझने का अवसर प्राप्त होगा। यहां आकर भी अपने घर की याद नहीं आ रही है ।
आगरा के कार्यकर्ता भाई बहनों में जो अपनेपन की भावना है वह देख कर में काफी भावुक महसूस कर रही हूं ।
मेघालय से आए वाडरी चायमैंग ने कहा अब तक सिर्फ सुनते थे अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना एक देश ये बात यहां आकर सामने से महसूस की जो स्वागत सत्कार प्यार जो मिला है उसे जीवन पर्यंत नहीं भुला सकूंगा पहली बार ताजहल में देखने का मौका मिला है जो सात अजूबों में से एक और बेहद सुंदर है आगे पूरी यात्रा के दौरान कई अनुभव और आएंगे पर मेरे मन में बहुत सारी बातें थी यहां आने से पहले पर अब सिर्फ एक बात कहूंगा मेरा भारत महान ।
ताजमहल के भ्रमण के बाद होटल क्रिमसन पैलेस में शूरवीर चाहर एवं पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुग्रीव चौहान के द्वारा होटल में पट्टिका पहना कर सभी विद्यार्थी प्रतिनिधियों का स्वागत सत्कार किया
होटल क्रिमसन पैलेस के कार्यक्रम में क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज नीखरा, आर.एस.एस के आगरा विभाग प्रचार आनंद कुमार, प्रांत संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनमोहन सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
सभी विद्यार्थी प्रतिनिधियों ने जलपान करने के बाद यहां के मेजबान परिवारों के सदस्यों के साथ अपने अपने घरों की और प्रस्थान किया ।
इन परिवारों के साथ रहेंगे प्रतिनिधि श्रीराम धाकड़, लव तिवारी, राजेश लवानिया, शिवांग खंडेलवाल, प्रदीप भदौरिया, एड अशोक चौबे, डॉ. केसर सिंह, तान्या सिंह, बलराम कांत, प्रतिभा जिंदल, अमित सिंघल, नरेंद्र सिंघल, रजत यादव, मोहित चौधरी, अनिल सेंगर, विजय सामा, अक्षत चतुर्वेदी, दक्ष पुंडीर, राजेश प्रजापति, आलोक कटियार आदि।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।