
बहराइच 02/03/2025 ।
आज स्थानीय सेनानी भवन सभागार में , पूरे देश में प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को सुबह 10 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों, स्वतंत्रता सेनानियों/शहीदों को श्रद्धांजलि, पुष्पांजलि अर्पित करने के क्रम में सेनानी उत्तराधिकारियो ने भारत कोकिला महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी सरोजनी नायडू की पुण्य तिथि मनाई। कार्यक्रम में उपस्थित जनों ने स्वतंत्रता आंदोलन में उनके विशिष्ट योगदान की चर्चा की और महिला उत्थान जैसे आवश्यक बिंदु पर उनके जुझारूपन की प्रशंसा की । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एवं संगठन संरक्षक अनिल त्रिपाठी ने कहा कि सरोजनी नायडू एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, कवि और राजनीतिज्ञ थी । वे भारत की पहली महिला राज्यपाल थी । उनका जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ था । उनके पिता का नाम अघोर नाथ चटोपाध्याय था, उनकी मां का नाम वरदा सुंदरी था । उनकी शिक्षा मद्रास, लंदन और कैंब्रिज में हुई। उन्होंने ब्रिटानिया हुकूमत के खिलाफ आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थी । महिला होते हुए भी उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया । उन्होंने अंग्रेजी और उर्दू दोनों में रचनाएं की। उनकी सबसे लोकप्रिय कविता “इन द बाजार्स ऑफ हैदराबाद” 1912 में प्रकाशित हुई। उत्तराधिकारी संगठन के कार्यवाहक प्रदेश महासचिव रमेश मिश्रा ने कहा कि पूज्य बापू ने उन्हें भारत कोकिला की उपाधि दी। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के बाद संयुक्त प्रांत की पहली राज्यपाल के रूप में कार्य किया। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में 21 महीने जेल में बिताया। उन्होंने महिला के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण की वकालत की। 1905 में जब बंगाल का विभाजन शुरू हुआ तो वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं से जुड़ी । राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजनी नायडू की जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। अधिवक्ता विनय तिवारी ने कहा कि 1928 में उन्हें सर ए हिंद से सम्मानित किया गया । यह मेडल उन्हें भारत के प्लेग की बीमारी के दौरान उनकी सेवा के लिए दिया गया । नायडू बिहार से संविधान सभा के लिए नियुक्त की गई थी। उन्होंने सभा में राष्ट्रीय ध्वज अपनाने के महत्व के बारे में बात की । 2 मार्च 1949 को लखनऊ के सरकारी आवास में हृदयाघात से उनकी मृत्यु हो गई । अंत में सेनानी उत्तराधिकारियो ने जीवन , समाज, राष्ट्र और सर्वांगीण बिंदुओं पर उनके योगदान की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कार्यक्रम समाप्त किया गया । कार्यक्रम में प्रमोद सिंह उर्फ बड़े भैया, निरंकार शुक्ला, देव मणि शुक्ल, अनिल कुमार पाल, ओंकार सिंह, विश्वदीपक तिवारी सहित तमाम देश भक्त मौजूद थे।मनोज त्रिपाठी.8081466787. बहराइच।





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