
महोदय, दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश सरकार और वर्तमान में राज्यसभा सांसद द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परम पूज्य सदाशिव राव गोलवलकर गुरुजी की पुस्तक का उदाहरण देकर जो समाज को तोड़ने का प्रयास किया गया था उसके संदर्भ में एक मुकदमा वाराणसी की अदालत में भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के संयोजक व स्वयंसेवक शशांक शेखर त्रिपाठी अधिवक्ता द्वारा दाखिल किया गया है जिसमें दिग्विजय सिंह के खिलाफ माननीय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी एमएलए कोर्ट उज्जवल उपाध्याय की अदालत में बयान व साक्ष्य, प्रक्रिया चल रही है उस मुकदमे में आज निशात अख्तर पुत्र गफ्फार अहमद निवासी चंदौली द्वारा आज का बयान होना है, माननीय अदालत में बयान की प्रक्रिया 10:30 और 11:00 के बीच में होती है इसके पूर्व इस मुकदमे में गवाह के तौर पर सोनिया जैन का भी बयान हो चुका है। निशात अख्तर का बयान इस प्रकार से है साक्षी निशात अख्तर सन ऑफ स्वर्गीय गफ्फार अहमद उम्र 48 वर्ष पैसा वकालत निवासी वार्ड नंबर 12 गौतम नगर पंचायत चंदौली ने पहला बयान किया कि मैंने दिनांक 9 साथ 2023 को ट्वीट पर देखा कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश द्वारा संघ के पूर्व सरसंघचालक श्रद्धेय गोलवलकर जी के विचारों को तोड़ मरोड़ कर अपने ट्विटर के माध्यम से समाज में बंटवारे की मानसिकता को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने ट्वीट किया है उनके ट्वीट को देखने से पता चलता है कि उनका पोस्ट राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भाजपा की छवि को कहीं ना कहीं धूमिल करने के लिए पोस्ट किया गया है अंतर जाति विवाद को पैदा करने एवं समाज में विद्वेष फैलाने की नीयत से यह पोस्ट जारी किया गया है गोलवलकर जी की विचारधारा से हम अल्पसंख्यक उनके विचारधारा से पूर्ण रूप से परिचित है तथा हमने उनकी प्रसिद्ध पुस्तक we and our Nationhood identified में सामाजिक समरसता का बड़ा संदेश दिया है परंतु दिग्विजय सिंह के इस षड्यंत्रकारी ट्वीट के सोशल मीडिया में जारी करने से सामाजिक समरसता बिगाड़ने का कार्य दिग्विजय सिंह द्वारा किया जा रहा है दिग्विजय सिंह द्वारा वर्तमान सरकार के विरुद्ध जानबूझकर लोगों को भड़काकर अल्पसंख्यकों व दलितों को बहका कर देश में अस्थिरता का माहौल बनाना चाहते हैं गोलवलकर जी@ गुरुजी नेकभी भी देश की एकता और अखंडता के विरुद्ध अपनी पुस्तक में कोई इस तरह से बयान नहीं दिया है जिससे देश की एकता और अखंडता भंग हो जबकि दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट के माध्यम से अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है,गोलवलकर जी ने अपने आदर्श सोच से सभी वर्गों को एक साथ लेकर संपूर्ण भारत में राष्ट्र के उत्थान हेतु कार्य किया है दिग्विजय सिंह द्वारा किए गए ट्वीट से हमारी भावनाएं आहत हुई है मुस्लिम बंधुओं की भावनाएं आहत हुई है दिग्विजय सिंह द्वारा इस ट्वीट को जानबूझकर किया गया है तथा समाज में अस्थिरता पैदा करने के लिए किया गया है जब मैंने यह ट्वीट देखा तो अधिवक्ता जी से बात किया उसके बाद यह परिवाद दाखिल किया गया मैंने गोलवलकर जी के पुस्तक को पढ़ा है उसमे इस प्रकार कोई बात का उल्लेख नहीं है
मेरे बोलने पर पेशकर द्वारा लिखा गया। अगले गवाह के लिए 8 अगस्त 2023 की तारीख माननीय न्यायालय द्वारा नियत की गई है
गवाह का बयान वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार तिवारी व शशांक शेखर त्रिपाठी ने करवाया।
शशांक शेखर त्रिपाठी अधिवक्ता संयोजक भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र





Updated Video