
नए थाने की बेताब सुर्खियां,
कोर्ट के आदेश हवा हवाई, डीपी सिटी में विवेचना की स्थानांतर
आगरा। छात्रा को अगवा कर गैंग रेप की घटना में किया गया पुलिस का खेल पकड़ में आ गया। विवेचक ने घोर लापरवाही दिखाते मुकदमे से गैंगरेप की धारा हटा दी। तर्क दिया कि घटनास्थल पर मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई। जांच कराई तो युवती के तीन दिन होटल में रुकने की पुष्टि हुई। एसीपी छत्ता आरके सिंह ने थानाध्यक्ष ट्रांसयमुना सुमनेश विकल और विवेचक शिव मंगल के खिलाफ गोपनीय रिपोर्ट डीसीपी सिटी को दी है। रिपोर्ट के आधार पर डीसीपी सिटी ने प्रारंभिक जांच के आदेश दिए हैं। ट्रांसयमुना क्षेत्र निवासी छात्रा जून माह में लापता हुई थी। जुलाई माह में थाना पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया। मुकदमे के तीन दिन बाद युवती घर लौट आई। कोचिंग संचालक और उसके चचेरे भाई सहित तीन लोगों पर गंभीर आरोप
o रेप की धारा हटाने पर, फंसे ट्रांसयमुना प्रभारी और विवेचक
● जांच छीन नए विवेचक को सौंपी, विभागीय जांच के आदेश
लगाए। मां ने भागदौड़ की। प्रार्थना पत्र दिए । मुख्यमंत्री तक शिकायत की। चार सितंबर को विवेचक ने पीड़िता के कोर्ट में 164 के बयान दर्ज कराए। पांच सितंबर को अवलोकन के बाद मुकदमे में 376 डी गैंगरेप की धारा बढ़ाई गई। पीड़ित पक्ष शिकायत करता रहा कि पुलिस आरोपियों से मिली हुई है। वे समझौते के लिए मिली हुई है। वे समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। युवती अपनी ननिहाल में है। उसे वहां पहुंचकर धमका रहे हैं, लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी। विवेचक ने अपहरण और
गैंगरेप की धारा हटा दी। केस डायरी थानाध्यक्ष सुमनेश विकल ने भी देखी। उन्होंने पचों पर हस्ताक्षर किए। विवेचक ने गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की धारा में चार्जशीट लगाई। चार्जशीट एसीपी छत्ता आरके सिंह ने पास पहुंची। मुकदमे में दो धाराओं का लोप देखकर वह हैरान रह गए। पीड़ित पक्ष उनसे मिला। एसीपी ने बेलनगंज चौकी प्रभारी को पीड़ित पक्ष के साथ फिरोजाबाद भेजा। युवती ने जिस होटल में तीन दिन रखने का आरोप लगाया था वहां उसके रुकने की पुष्टि हुई। विवेचक के पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था। यह देख नया विवेचक नियुक्त किया गया। थानाध्यक्ष और विवेचक के खिलाफ डीसीपी सिटी को रिपोर्ट भेजी गई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि दोनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिए गए हैं।





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