अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। कलवारी गाँव मे स्थित हजरत पूठा वाले शाह वली बाबा की दरगाह पर हर साल लगने वाला सालाना उर्स सोमवार के दिन लगाया गया। गाँव में पिछले कई दशकों से यह उर्स लग रहा है, यह उर्स दरगाह का 61 वा लगाया गया। हर साल की तरह इस बार भी कव्वाली की महफ़िल का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के प्रसिद्ध कव्वालो ने दरगाह के सामने अपनी प्रस्तुति दी। उर्स परिसर में मेले का आयोजन भी किया गया है, जिसमें अलग-अलग गाँव व क्षेत्रो से आये लोगो ने मेले मे झूले, खिलोनो की दुकान, चाट-भल्ले का आनंद लिया, और जो लोग कव्वाली सुनने व उर्स देखने आये थे, उनके लिये व्यापक व्यवस्था दरगाह कमेटी द्वारा कर ली गई थी।
दरगाह के उर्स की व्यवस्था दरगाह कमेटी के अध्यक्ष आशिफ अब्बासी और भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी श्री सलीम खान अब्बास व कमेटी के अन्य सदस्यो बंटू खां, सलामुद्दीन अब्बासी, साविर खां, इरशाद अहमद, आजाद खान, जावेद उस्मानी, अमीर उस्मानी, राजू उस्मानी, सद्दाम अब्बास, अजमेरी खां, असलम खान, जफर अली, दरगाह के खलीफा इशाक खान आदि लोगो द्वारा देख रेख की उचित व्यवस्था की गई थी।
Updated Video
विज्ञापन पेमेंट एवं डोनेशन के लिए स्कैन करें। धन्यवाद
रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।