अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। भारत देश को विश्वगुरु केवल उस्मान अली जैसी सोच से बनाया जा सकता है, क्योंकि वर्तमान में कुछ लोग अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए किसी भी धर्म, मजहब, सम्प्रदाय को गाली – गलौज अथवा अभद्र भाषाओं का प्रयोग करते हैं, जबकि इंसान का सबसे बड़ा धर्म केवल और केवल इंसानियत ही है।
जी हां अब है आपको ऐसे ही व्यक्तित्व का परिचय कराते हैं जो इस्लाम धर्म से संबंधित होते हुए भी मानवता भलाई के कार्यों को पूरी ईमानदारी से करने का अथक प्रयास कर रहा है।
जनपद आगरा के थाना खंदौली क्षेत्र के पोइया गांव में रहने वाले उस्मान अली उर्फ सोनू बाबा द्वारा माता चामुण्डा के मंदिर पर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन आज से प्रारंभ कर चुके है, तो वहीं प्रथम दिवस पर उस्मान अली उर्फ सोनू बाबा ने सरकारी स्कूल के बच्चों को किताब, कॉपी, पेंसिल आदि का वितरण किया, तो वहीं ज़रूरतमन्द महिलाओं को राशन किट व पुरुषों को वस्त्र भी वितरण किए।
ग्रामवासियों को हिंदू मुस्लिम एकता का संदेश देते हुए उस्मान अली उर्फ सोनू बाबा ने बताया कि वह प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या, हारे के सहारे खाटू श्याम, अजमेर शरीफ, कैला देवी आदि की पैदल कई बार यात्राएं भी कर चुके हैं।
श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन पर सवाल का जवाब देते हुए उस्मान अली उर्फ सोनू बाबा ने बताया कि एक बार बचपन में मैने जब श्रीमद्भागवत कथा की पंजीरी और प्रसाद खाया तो उन्हें बड़ा ज्ञान हुआ और अंतर्रात्मा से आवाज आई कि सब एक ही तो है और सबसे बड़ा धर्म केवल इंसानियत है, यदि मेरी नजर से देखा जाए तो हर इंसान में ईश्वर, अल्लाह, वाहिगुरू, गॉड बैठा है, फिर हम आपस में सभी प्रेम से क्यों ना रहे?
उन्होंने बताया हिंदू मुस्लिम के बीच की नफरत को खत्म करने का बीड़ा उठाया है और पोइया गांव को गोद भी लिया है, इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में खंदौली ब्लॉक प्रमुख आशीष शर्मा रहे और एवं उनका स्वागत सम्मान भी किया गया।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।