
धार्मिक कथा का पुण्य तभी मिलता है, जब ईश्वर के नाम का प्रसाद ग्रहण करें। बिना प्रसाद ग्रहण किए किसी भी धार्मिक अनुष्ठान का लाभ नहीं मिल पाता है। यह बात नगला जग्गे ओलेण्डा मंडी मिर्जा खा रोड फतेहपुर सीकरी तहसील किरावली में आयोजित रामकथा एवं शिव महापुराण के समापन पर आयोजित भंडारा प्रसाद वितरण के दौरान महंत शोभा नंदभारती जी ने प्रवचन के दौरान कही
उन्होंने रामकथा एवं शिव महापुराण की कथा का माहत्म्य सुनाते हुए प्रसाद का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि हमें सदैव ध्यान रखना चाहिए कि हम किसी भी कथा के बाद भगवान का प्रसाद अवश्य ग्रहण करें। इस मौके पर बाहर से आए 2 से तीन लाख साधु संतों और अन्य भक्तों ने भजन-कीर्तन श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। भागवत सप्ताह समापन पर सुबह से ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में देर रात तक लाखों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। एवम सतेंद्रजी ने बताया कि यहां लगभग इस भन्डारे की तैयारियां 7 8 दिन से लगातार चल रही है





Updated Video