🙏जय श्री श्याम देवाय नमः 🙏
~ *आज का पंचांग* ~
*दिनांक – 16 अगस्त 2023*
*दिन – बुधवार*
*विक्रम संवत् – 2080*
*शक संवत् – 1945*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – वर्षा*
*मास – अधिक श्रावण*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – अमावस्या दोपहर 03:07 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
*नक्षत्र – अश्लेषा शाम 04:57 तक तत्पश्चात मघा*
*योग – वरियान शाम 04:57 तक तत्पश्चात परिघ*
*राहु काल – दोपहर 12:13 से 01:51 तक*
*सूर्योदय – 05:41*
*सूर्यास्त – 18:45*
_*स्थानीय समयानुसार अभिजीत मुहूर्त, राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय चंद्रोदय, चंद्रास्त समय में अंतर सम्भव है…..*_
* दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
* ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:48 से 05:32 तक*
* निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:22 से 01:06 तक*
* व्रत पर्व विवरण – श्रावण अमावस्या, अधिक श्रावण मास समाप्त, पारसी नूतन वर्ष प्रारम्भ*
*⛅विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
* श्रावण अमावस्या *
* 15 अगस्त दोपहर 12:42 से 16 अगस्त दोपहर 03:07 तक अमावस्या*
*🔹अमावस्या विशेष🔹*
* 1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है।*
*(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)*
* 2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है ! (विष्णु पुराण)*
* 4. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं।*
* 5. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें। सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें। आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए। इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी।*
* गरीबी भगाने का शास्त्रीय उपाय *
* गरीबी है, बरकत नहीं है, बेरोजगारी ने गला घोंटा है तो फिक्र न करो । हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
* सामग्री : १. काले तिल २. जौ ३. चावल ४. गाय का घी ५. चंदन पाउडर ६. गूगल ७. गुड़ ८. देशी कपूर एवं गौ चंदन या कण्डा*
* विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवन कुण्ड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये मंत्रों से ५ आहुति दें।*
*आहुति मंत्र*
* १. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
* २. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
* ३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
* ४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
* ५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*
*इस प्रयोग से थोड़े ही दिनों में स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की प्रसन्नता दिखायी देगी।*
*🔹आरोग्यप्रदायक – सूर्य मन्त्र🔹*
*ॐ नमोऽस्तु दिवाकराय अग्नि तत्वप्रवर्धकाय शमय शमय शोषय शोषय अग्नितत्वं समतां कुरु कुरु ॐ*
*गर्मी से उत्पन्न शारीरिक रोग, बुद्धि की विकलता ( उन्माद ,पागलपन ) अथवा दुर्बलता, दृष्टि-रोग, अग्नि- तत्व की बिषमता, शरीर में जलन आदि हो तो इनके निवारण के लिए सूर्य मन्त्र हैं। किसी भी अमावस्या को 40 बार जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता हैं।*
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