भारत-कनाडा में छिड़े विवाद के बीच प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बृहस्पतिवार को कहा कि खालिस्तानी चरमपंथी नेता की हत्या पर बढ़ते राजनयिक विवाद पर कनाडा भारत को उकसाना या परेशानियां पैदा करना नहीं चाहता है।
भारत से इस मामले को बहुत गंभीरता से लेने और सच्चाई सामने लाने के लिए कनाडा के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। इस बीच अमेरिका भी इस मुद्दे पर लगातार बयान दे रहा है। अमेरिका ने गुरुवार को कहा था कि वह कनाडा में सिख अलगाववादी नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोपों की जांच के कनाडा के प्रयासों का समर्थन करता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के कनाडा-भारत मुद्दे पर पीएम मोदी से बात करने पर एनएसए जेक सुलिवन ने कहा, ‘मैं उन निजी राजनयिक बातचीत में शामिल नहीं होने जा रहा हूं जो इस विषय पर पहले ही हो चुकी हैं या होने वाली हैं। हम इस मुद्दे पर उच्च स्तर पर भारतीयों के साथ संपर्क में हैं और रहेंगे। यह हमारे लिए चिंता का विषय है, यह कुछ ऐसा है जिसे हम गंभीरता से लेते हैं। यह कुछ ऐसा है जिस पर हम काम करना जारी रखेंगे।’
अमेरिका ने जताई चिंता
व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने संवाददाताओं से कहा, ”जैसे ही हमने कनाडाई प्रधानमंत्री से आरोपों के बारे मे सार्वजनिक रूप से सुना, हम स्वयं सार्वजनिक रूप से सामने आए और गहरी चिंता व्यक्त की। जो कुछ हुआ उसकी तह तक जाने के लिए कानून प्रवर्तन प्रक्रिया और अपराधियों को न्याय की जद में लाने के लिए हमारा समर्थन है।”
कनाडा और भारत दोनों के संपर्क में है अमेरिका
सुलिवन ने कहा, ”मैं निजी राजनयिक बातचीत के सार में नहीं जा रहा हूं, लेकिन हम अपने कनाडाई समकक्षों के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उनके साथ करीबी तौर पर परामर्श कर रहे हैं। हम इस जांच में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों का समर्थन करते हैं और हम भारत सरकार के भी संपर्क में हैं।” सुलिवन ने इस मुद्दे पर अमेरिका और कनाडा के बीच मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। सुलिवन ने कहा कि हम आरोपों को लेकर चिंतित हैं और हम चाहेंगे कि जांच आगे बढ़े और आरोपियों को सजा मिले। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से यह बात सामने आने के बाद से ही अमेरिका इसी रुख पर कायम है और जब तक यह सुलझ नहीं जाता है हम इसी रुख पर कायम रहेंगे।
जो बाइडेन की भारत यात्रा पर नहीं कोई जानकारी
कनाडाई आरोपों के संबंध में सबूतों को लेकर किये गये सवालों का जवाब देने से इनकार करते हुए NSA सुलिवन ने कहा कि वह इस मंच से खुफिया या कानून प्रवर्तन मामलों पर बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम कनाडाई सरकार के साथ निरंतर संपर्क में हैं और हम आगे भी ऐसा ही करते रहेंगे। सुलिवन ने जनवरी में राष्ट्रपति जो बाइडेन की संभावित भारत यात्रा पर सवाल का जवाब देने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरे पास आज जनवरी में या किसी अन्य समय पर राष्ट्रपति की भारत यात्रा के बारे में घोषणा करने के लिए कुछ भी नहीं है।
भारत-कनाडा विवाद
प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख और भारत के वांछित आतंकवादियों में शामिल हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में 18 जून को एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उस पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम था। कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो ने सोमवार को हत्या में भारत सरकार के एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने इन आरोपों को बेतुका और निजी हितों से प्रेरित बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया था। इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के जवाब में भारत ने भी एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था।
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