आश्चर्य! श्री गिर्राज देवांश अकेडमी के शिक्षक ने महज 13 वर्ष की उम्र में पीएचडी और डी.लिट. की उपाधि

आगरा संवादाता अर्जुन रौतेला। विगत दिनों संपन्न हुई “नेशनल अबेकस एंड मेंटल मैथ प्रतियोगिता” में विजय हासिल करने वाले विद्यार्थियों में अनुष्का बघेल, पीयूष बघेल, आदर्श सिकरवार और जयेश बघेल को नेशनल सर्टिफिकेट और ट्रॉफी से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व शिक्षाविद अशोक धनगर, गांव बरारा के निवासी देवांश के दादाजी समान नारायण सिंह बघेल, रामबाबू सिकरवार, प्रताप सिंह और किशन सिंह बघेल ने दी।

बड़ा ही भावुक पल हो जाता है, जब नाती को सम्मान दादाजी या पिताजी द्वारा मिलता है। जब बच्चों के दादाजी के आंखों में खुशी के आंसू थे बहुत ही भावुक पल था, जिसे देख “श्री गिर्राज देवांश अकेडमी” के संचालक डॉ. देवांश धनगर (उम्र 14 वर्ष) ने कहा कि आज का यह पल देख मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि हमारी अकेडमी के छात्रों जो अपने दादाजी और पिताजी के जीवन में अभी से वह खुशी पल दे पाएं।

सामाजसेवी अशोक धनगर ने छात्रों की उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि निश्चित ही एक दिन “श्री गिर्राज देवांश अकेडमी” संपूर्ण भारत में बरारा गाँव का नाम रोशन करेगी।

डॉ. देवांश धनगर के पिता श्री लाखन सिंह, जो कि खुद प्राइवेट अध्यापक हैं तथा मध्यम वर्गीय जीवन व्यतीत करते हैं। उन्होंने सम्मान समारोह में उपस्थित सभी बुजुर्गों व युवाओं धन्यवाद देते हुए कहा कि, जो अपना कीमती समय निकालकर बच्चों का उत्साह बढ़ाने आए यकीन मानिए जब सम्मान मिलता है और परिवार के कोई सदस्य साथ होता है तो बच्चे को बहुत उत्साह मिलता है।

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  • अर्जुन रौतेला आगरा

    रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद। सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।। मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना "दर्द अथवा कठिन कर्म" करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।

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