किया महंत अमोलक दास महाराज ने खिचड़ी वाले महाराज जी का गुणगान
हापुड़: रविवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, जहां पर तहसील गढ़मुक्तेश्वर के गांव हशूपुर आश्रम पर महंत अमोलक दास महाराज ने बाबा खिचड़ी वाले महाराज को याद किया, जहां पर समस्त ग्रामवासी एवं माताएं बहनें ने बाबा खिचड़ी वाले महाराज की आरती में शामिल हुए, एवं खिचड़ी वाले महाराज जी की तस्वीर पर पुष्प वर्षा कर उन्हें याद किया गया, जहां पर महंत अमोलक दास महाराज ने खिचड़ी वाले महाराज जी के विषय में सभी को बताया उनकी बातों पर प्रकाश डाला, ग्रामीणों ने बाबा खिचड़ी वाले महाराज जी के विषय में ली आश्रम के महंत से जानकारी, महंत अमोलक दास महाराज ने बताया कि प्रयागदास महाराज बाबा बुद्ध दास महाराज के शिष्य थे, बुद्ध दास महाराज हमेशा अपने भक्तों को खिचड़ी का प्रसाद वितरित करते थे, आश्रम में उनके वक्त से ही खिचड़ी वितरित की जाती है जो आज भी भक्तों को एक प्रसाद के रूप में दी जाती है, इसी कारण लोग बुद्ध दास महाराज जी को खिचड़ी वाले महाराज के नाम से पुकारते हैं, तो वही आश्रम के महंत अमोलक दास महाराज ने बताया कि गुरु पूर्णिमा का दिन गुरु और शिष्य के लिए खास होता है, इस दिन शिष्य जो है वो गुरु के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लेता है तथा गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा और व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, गुरु पूर्णिमा का यह पर्व महर्षि वेद व्यास को समर्पित है क्योंकि आज के दिन ही महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था, इस दिन शिष्य अपने गुरु की पूजा करते हैं, तो वही आश्रम के महंत अमोलक दास महाराज ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करते हैं यथा शक्ति दीक्षणा पुष्प वस्त्र आदि उनको भेंट करते हैं, तो वही इस कार्यक्रम के बाद ग्रामीणों को आश्रम पर हलवा पुरी के भंडारे का आयोजन किया, जहां पर गुंजा पूरा आश्रम बाबा खिचड़ी वाले महाराज जी के नाम से।
Updated Video
विज्ञापन पेमेंट एवं डोनेशन के लिए स्कैन करें। धन्यवाद