जनपद में 100 दिवसीय टी 0बी0 कैंपेन का हुआ आगाज
धर्म गुरुओं से मिलकर टी 0बी0 के विषय में आम जनमानस को जागरूक क
रने की की गई अपील
हापुड़ -2 6 दिसंबर 2024
मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय डॉ सुनील कुमार त्यागी जी के कुशल निर्देशन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्राथमिकता वाले टी 0बी0 मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे 100 दिवसीय सघन क्षय रोगी खोज अभियान कार्यक्रम का आज विधिवत् आगाज हो गया सरकार द्वारा 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सभी धार्मिक संस्थाओं के मुखियाओं व समाज के सम्मानित व्यक्तियों से मिलकर कार्यक्रम के विषय में अवगत कराया गया व साथ ही आम जनमानस को भी जागरूक करने की अपील की गई मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार त्यागी जी ने बताया कि पहले यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के केवल पंद्रह जिलों में ही चलाया जा रहा था किन्तु माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेशानुसार अब यह कार्यक्रम समस्त उत्तर प्रदेश में चलाया जा रहा है जिसका शासनादेश 25दिसंबर शाम को ही प्राप्त हुआ जिसके अंतर्गत आज से जनपद में कार्य आरम्भ किया गया
इसके सम्बन्ध मे जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सिंह ने बताया कि इस संबंध मे जनपद स्तर पर धार्मिक संस्थाओं के मुखियाओं व समाज के सम्मानित व्यक्तियों की एक बैठक का आयोजन किया जाएगा,, जनपद में 100 दिवसीय स्पेशल टीबी कैंपेन का हुआ आगाज,,हापुड़, 26 दिसंबर, 2024। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जनपद में सौ दिवसीय स्पेशल टीबी कैंपेन चलाया जाएगा। गुरुवार से जनपद में अभियान का शुभारंभ कर दिया गया है। अभियान के दौरान संदिग्ध रोगियों को पहचान कर उनकी पहचान की जाएगी। पहचान के बाद जांच और रोग की पुष्टि होने पर तत्काल उपचार शुरू किया जाएगा। सीएमओ डॉ. सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि 100 दिवसीय सघन क्षय रोगी खोज अभियान पहले सूबे के 15 जिलों में चलाया जाना था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब यह कार्यक्रम सभी जनपदों में चलेगा। सीएमओ ने इस संबंध में शासनादेश प्राप्त होने की पुष्टि की है।
जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुनील कुमार त्यागी के कुशल निर्देशन में धर्म गुरुओं के सहयोग पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए जिला क्षय रोग विभाग ने धर्म गुरुओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। धर्म गुरुओं के साथ ही समाज के प्रतिष्ठित लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा ताकि उनके द्वारा आगे बढ़ाए गए संदेश का आम जनमानस पर असर हो लोग उनकी बात मानते हुए जांच के लिए आगे आएं। डीटीओ ने कहा कि कई लोग इस डर से जांच नहीं कराते कि जांच में टीबी आ गई तो क्या होगा। उनका ऐसा सोचना गलत है। टीबी की पहचान जितनी होगी, उपचार उतना आसान होगा। टीबी का उपचार पूरी तरह निशुल्क होता है।
जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया कि टीबी की उपचार के दौरान सरकार की ओर से हर माह पांच रुपये के हिसाब पोषण राशि दी जाती है। निक्षय योजना के तहत मिलने वाली यह राशि उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। उन्होंने बताया कि सघन क्षय रोगी खोज अभियान के लिए 31 दिसंबर तक धर्मगुरुओं और समाज के गणमान्य लोगों से मिलकर जन जागरण में मदद की अपील की जाएगी। प्रार्थना सभाओं में टीबी के लक्षणों की जानकारी देने के साथ यह अपील कराई जाएगी कि यदि किसी को टीबी का एक भी लक्षण है तो जांच अवश्य कराएं।

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