अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन कार्यक्रम (SEIL) के अंतर्गत आयोजित होने वाली 4 दिवसीय यात्रा 29 जनवरी को आगरा पहुंचेंगे। इस यात्रा में पूर्वोत्तर के 7 राज्यों के 30 छात्र छात्राएं भाग ले रहे हैं। आगरा आगमन पर सील यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। 29 जनवरी को यह यात्रा प्रातः 8 बजे के करीब टूंडला रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। उसके बाद होटल राष्ट्रदीप पर उनके जलपान और विश्राम की व्यवस्था रहेगी। उसके बाद सभी सील यात्रा के सभी प्रतिनिधि ताज महल भ्रमण के लिए जाएंगे। तत्पश्चात शाम को सभी प्रतिनिधियों को मेजबान परिवारों में भेज दिया जाएगा। 30 जनवरी को सील यात्रा का शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम रहेगा। जिसके अंतर्गत डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय सेठ पदमचंद जैन संस्थान के सभागार में प्रतिनिधियों का एकत्रीकरण रहेगा। उसके बाद विश्वविद्यालय में प्रवेश के दौरान यात्रियों का भव्य स्वागत किया जाएगा। जेपी सभागार में आगरा जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया जाएगा। उसके पश्चात संस्कृति भवन में छात्र छात्राओं के साथ संवाद किया जाएगा। एवं शाम को आगरा के प्रतिष्ठित मीडिया हाउस का सील यात्रा द्वारा भ्रमण किया जाएगा। 31 जनवरी को mps वर्ल्ड स्कूल में छात्र छात्राओं के साथ संवाद रहेगा। डाबर शूज इंडस्ट्री में छात्रों का औद्योगिक भ्रमण किया जाएगा। शिवाजी संग्रहालय का भ्रमण भी सील यात्रियों द्वारा भ्रमण किया जाएगा। 01 जनवरी को केंद्रीय हिंदी संस्थान के सभागार में भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया जाएगा।
सील यात्रा की स्वागत समिति के अध्यक्ष समाजसेवी संतोष शर्मा ने बताया कि हम सब आगरा वासी सील यात्रा के प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए उत्सुक हैं। एबीवीपी की इस यात्रा के माध्यम से पूर्वोत्तर के छात्र हमारे देश की विभिन्न सभ्यताओं और संस्कृतियों के माध्यम से एक दूसरे को समझेंगे। हमारा प्रयास रहेगा कि आगरा में सील यात्रा के प्रतिनिधियों का भ्रमण यादगार और ऐतिहासिक बनाया जाएगा। ब्रज के कल्चर को जानने का मौका सील कर प्रतिनिधियों को दिया जाएगा।
स्वागत समिति महामंत्री गन्ना समिति के चेयरमैन नारद मुनि गौड़ ने बताया कि विद्यार्थी परिषद के इस प्रकल्प की स्थापना 1966 के की गई थी जिससे पूर्वोत्तर भारत के छात्रों विभिन्न राज्यों के दर्शन कर ये जान पाते हैं कि जो नारा विद्यार्थी परिषद देती है कि आगरा हो या गुवाहाटी अपना देश अपनी माटी ये सिर्फ एक नारा मात्र न होकर एक भाव है और इस भाव को बनाए रखने के लिए विद्यार्थी अपने स्थापना कल से ही तत्पर है।
सील यात्रा संयोजक महानगर मंत्री शिवांग खंडेलवाल ने कहा कि आज इस प्रेस वार्ता का मुख्य केंद्र सील है, और जिस जोर शोर से तैयारियां चल रही है, ये हम निश्चित रूप से कह सकते है कि, ब्रज की धरती पर पधार रहे छात्रों के लिए अनुभव बेहद खुशहाली पूर्ण होगा। उन्हें किसी भी प्रकार से हम सभी ऐसा महसूस नहीं होने देंगे कि वे अपने घरों से दूर हैं।
प्रांत शोध कार्य प्रमुख डॉ. प्रियंका तिवारी ने कहा कि शील प्रकल्प इस बात का साक्षात् उदाहरण है कि अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना एक देश
हम जान पाते हैं कि किस प्रकार से एक भारत देश है परंतु विभिन्न संस्कृतियों का संगम इस देश में देखने को मिलता है ।
हम सभी आने वाले छात्रों को होटल में ना ठहरवा कर मेजबान परिवारों के साथ ठहरवाते है जिससे कि मेजबान परिवार जो कि हमारी ही पूर्व कार्यकर्ता एवं विचार परिवार के लोग होते हैं ।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शुभम कश्यप ने कहा कि ये SEIL प्रकल्प विद्यार्थी परिषद द्वारा जब प्रारंभ किया तब किसी को भी ये नहीं लगा था कि आने वाले समय में पूर्वोत्तर की तस्वीर बदलने का कार्य करेगा ।
प्रांत सह मंत्री पुनीत कुमार ने कहा आज जब ये सारे छात्रों का समूह हमारे मध्य आता है और हमारे साथ इस यात्रा के दौरान जब मेजबान परिवार में समय व्यतीत करते हैं तो अपने आप अनुभूति होती है कि ये परिवार भी हमारे अपने परिवार हैं ।
जब हम सब को ये अवसर प्राप्त हुआ है, उनकी मेजबानी का तो इस यात्रा को हम सब को यादगार बनाने का कार्य करना है।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रांत संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव, प्रांत मीडिया संयोजक सुमित शर्मा, महानगर मीडिया संयोजक आकाश शर्मा उपस्थित रहे ।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।