
आज सेनानी भवन सभागार बहराइच में सेनानी उत्तराधिकारियों ने अमर शहीद अब्दुल हमीद का जन्म दिवस मनाया, जिसमें सेनानी उत्तराधिकारियों ने देश के प्रति उनके समर्पण को लेकर भूरि भूरि प्रशंसा की । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन संरक्षक एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के धामूपुर गांव में हुआ था। वो भारतीय सेना की फोर ग्रेनेडियस रेजीमेंट में एक सिपाही थे । उन्होंने 1965 के भारत पाक युद्ध के खेमकरन सेक्टर में लड़े गए युद्ध में अद्भुत वीरता का प्रदर्शन करते हुए वीर गति प्राप्त की । वो स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद की भारतीय सेना के सबसे बहादुर ख्यातिलब्ध पात्र थे । उन्हें पहले महावीर चक्र और फिर सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से अलंकृत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के कार्यवाहक महासचिव रमेश मिश्रा ने कहा कि रणनीतिक स्थिति में आकर और अपने कौशल का उपयोग करके अब्दुल हमीद ने दुश्मनों के टैंकों को नष्ट करके उनके खिलाफ लड़ाई लड़ी। 10 सितम्बर 1965 को खेमकरण की लड़ाई में उन्होंने पाकिस्तान के आठ टैंकों को नष्ट किया और नवे टैंक को नष्ट करने के प्रयास में शहीद हो गए । संगठन की महिला प्रभारी जमीला खान ने कहा कि साधारण कपड़ा सिलाई करने वाले परिवार में पैदा होकर देश के हजारों युवाओं के प्रेरणा स्रोत बने अब्दुल हमीद युगों युगों तक याद किए जाएंगे । हम सब सेनानी उत्तराधिकारी उनके सपनों का महान भारत बनायेंगे इसी संकल्प के साथ कार्यक्रम समाप्त किया गया । कार्यक्रम में रुकैया बेगम , मिसबाह खान, विशेषर नाथ अवस्थी , मनोज यादव , रक्षाराम यादव, राम धीरज , अमित सिंह , विक्रम यादव , लाल प्रताप यादव, राकेश कुमार सिंह सहित तमाम सेनानी उत्तराधिकारी मौजूद रहे। मनोज त्रिपाठी 8081466787 बहराइच ।





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