अनोखा रक्षा बन्धन : चंद्रा ग्रुप ऑफ एजुकेशन
टीसी चंद्रा इंटर कॉलेज के छात्रों ने पौधों के राखी बाँध खाई सुरक्षा की शपथ
आगरा (अर्जुन रौतेला)। वैसे तो रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहिन के पवित्र रिश्ते की सुरक्षा का है। भारतीय परम्परा अनुसार बहिन द्वारा राखी बाधने के एवेज में भाई उस बहिन की रक्षा व सुरक्षा का प्रण लेता है, और उसी राखी के बँधन के कारण सब दुख सुख में बहिन के साथ खड़ा होता है, लेकिन आज टीसी चंद्रा इंटर कॉलेज, सुहाग नगर, (कमला नगर) आगरा के छात्रों ने पौधों को “रक्षा-सूत्र” बांधकर उनकी देखभाल अथवा सुरक्षा की जिम्मेदारी ली।
कॉलेज के प्रबंधक श्री करतार चंद्र शास्त्री ने विद्यालय के छात्रों को रक्षा बन्धन की बधाई देते हुए कहा कि हमारी बहिन अथवा भाई तभी तक सुरक्षित है, जब तक यह पेड़-पौधे सुरक्षित है। अत: आज हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम आज अपने घरों पर भी अपनी बहिनों को भी एक पौधा उपहार स्वरूप देंगे और बहिन जी से भी आग्रह करेंगे कि दीदी इस पौधे की देखभाल अपने भाई यानि मेरी तरह करना, कभी मुरझाने मत देना, सदैव हरा-भरा रखना।
कार्यक्रम की रूपरेखा वंदना और ममता ने तैयार की, तथा कार्यक्रम का संचालन भावना तथा प्रिय ने सयुंक्त रूप से किया।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।