रितु सारस्वत संवाददाता। दवा व्यापारी के इकलौते बेट ने शुक्रवार शाम को आत्मघाती कदम उठा लिया।घर में फंदे से लटककर उसने जान दे दी।दो वर्ष से वह नीट की तैयारी कर रहा था। स्वजन पढ़ाई के तनाव में जान देने की आशंका जता रहे हैं।
कमला नगर के ए ब्लाक निवासी धीरेंद्र सिंह का दवा का कारोबार है। उनके इकलौते बेटे 19 वर्षीय आर्यन ने वर्ष 2019 में सेंट पीटर्स से इंटरमीडिएट किया था।इसके बाद वह नीट की तैयारी कर रहा था। दो कोचिंग से तैयारी करने के बाद अब वह सेल्फ स्टडी कर रहा था। 12 सितंबर को उसे नीट की परीक्षा देनी थी। इसलिए वह दिन रात मेहनत कर रहा था। स्वजन के अनुसार, पिछले वर्ष नीट की परीक्षा में उसकी रेंक डाउन आई थी। इसलिए बीडीएस में प्रवेश मिल रहा था। मगर, वह एमबीबीएस ही करना चाहता था। इसको लेकर कुछ दिनों से वह तनाव में था। शुक्रवार शाम को वह पास में ही स्थित दूसरे घर में पढ़ाई करने की कहकर गया था। शाम साढ़े छह बजे उसकी बड़ी बहन आराध्या काफी देने उसके पास गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। ऐसे में उसने घर आकर स्वजन को जानकारी दी। स्वजन वहां पहुंच गए और दोस्तों को बुला लिया। सभी उसे आवाज लगा रहे थे, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रया नहीं आ रही थी। मोबाइल भी स्विच आफ था। ऐसे में खिड़की तोड़कर स्वजन कमरे में अंदर घुसे। अंदर देखा तो आर्यन पंखे से बंधे तार के फंदा गले में कसकर लटका हुआ था। उसने नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक सांसें थम चुकी थीं।कमरे में खुदकुशी से पहले लिखा गया कोई नोट नहीं मिला। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे आर्यन के मौसा डा. सुरेश चंद्र ने बताया कि वह कुछ दिन से पढ़ाई को लेकर तनाव में था। आशंका है कि इसी के चलते उसने खुदकुशी की हो।
दोस्त के साथ मनाली जाने की कर रहा था तैयारी
आर्यन की मां अनीता सिंह अनवरी निलोफर गर्ल्स इंटर कालेज में शिक्षक हैं और बहन अराध्या दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक कर रही है। मामा राजेश चाहर ने बताया कि आर्यन नीट की परीक्षा देने के बाद दोस्त के साथ कार लेकर मनाली जाने की कह रहा था। मां उसके साथ चलने को कह रही थीं। शुक्रवार को भी इसको लेकर उसने मां ने बात की थी। इसके बाद वह पढ़ाई करने चला गया था।
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