आजमगढ़ 12 मई 23
जनपद के 13 नगर पंचायत और 3 नगर पालिका का चुनाव 57.5 प्रतिशत के साथ सकुशल संपन्न हो गया।जो 2017 के मुकाबले करीब 2 प्रतिशत कम रहा।
चुनाव का महापर्व छिटपुट घटनाओं फर्जी मतदाताओं को बैठाकर समाप्त हो गया परंतु कहीं न कहीं सिस्टम में गलती रही है जिसे अगले चुनाव में सुधारना नेताओ और अधिकारियों को जरूरी है कम से कम सत्तापक्ष के नेताओ को संज्ञान लेना चाहिए,जैसे मतदाता सूंची से नाम गायब,कही कही तो जिस वार्ड का निवासी है उस वार्ड की बजाय दूसरे वार्ड में नाम होना,पर्ची बीएलओ के बाटने की बजाय प्रत्याशियो को पर्ची थमा देना,और इस स्थिति में किसी को पर्ची मिली किसी को पर्ची नही मिली,और घूम घूम कर मतदाता का पर्ची बनवाना,स्थानीय बीएलओ का न होना,गर्मी व धूप से बचाव के लिए टेंट का न होना,और सबसे महत्वपूर्ण बात पोलिंग एजेंट को बाहर बैठाना इससे फर्जी वोटिंग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता,पोलिंग करा रहे अधिकारियों को पर्ची पाकर उस मतदाता का नाम न बोलना यह फर्जी वोटिंग को बढ़ावा देना ही है,अगर पोलिंग एजेंट को बाहर बैठाए है और मतदाता के हाथ में पर्ची किस नाम की है यह कैसे चिन्हित होगा।मुख्य एक और बात कि पोलिंग अधिकारी दोनो बैलेट एक साथ थमाना और यह नही बताया गया कि कौन बैलेट चेयरमैन का है और कौन बैलेट सभासद का है, ऐसी कई विषमताएं है जिसको सुधार कर चुनाव को और भी पारदर्शी तथा निष्पक्ष कराया जा सकता है।अब चुनाव परिणाम के लिए एक दिन और इंतजार किया जाना शेष है वैसे सभी प्रत्यासी अपने अपने हिसाब से तर्क वितर्क के साथ चुनाव जीतने का दावा कर रहे है परंतु मुख्य मुकाबला भाजपा,और सपा के बीच में ही होना तय माना जा रहा है इस चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है।वह जिस पाले में जायेगा उसका चुनाव जीतना लगभग तय माना जायेगा,चुनाव परिणाम को जानने के लिए आपको शनिवार को रात तक इंतजार करना पड़ेगा।
आदित्य नारायण वर्मा
ब्यूरो चीफ
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