हवन यज्ञ और भंडारे के साथ हुआ श्रीमद् भागवत कथा का समापन
किरावली पैंठ गली वार्ड नंबर 5 में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का विश्व शांति एवं सर्वकल्याण की कामना से समापन हुआ। कथा के समापन पर हवन यज्ञ और विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस दौरान श्री राधा किशोरी जी ने व्यासपीठ से कहा कि आत्मा को जन्म व मृत्यु के बंधन से मुक्त कराने के लिए भक्ति मार्ग से जुड़कर सत्कर्म करना होगा। हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है।
यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मन वांछित फल प्रदान करते हैं। बाल व्यास राधा किशोरी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद्भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। कथा के समापन पर यजमान गुड्डू खंडेलवाल, सौरभ बंसल, डॉ आर पी सिंह परमार, सतीश बंसल, राजेश बंसल, गोविन्द हलवाई, राहुल शर्मा, कृष्णा बंसल, छीतरमल, महावीर प्रसाद,एवं वार्ड नंबर 5के समस्त सदस्यों ने व्यासपीठ पर आरती की। कथा समापन पर भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर राजा टेंट, अशोक गोयल, बालेश खंडेलवाल,कन्हैया हलवाई, भोलू मित्तल, फूल सिंह माहौर, अमित जिंदल,इत्यादि भी मौजूद रहे।
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