आगरा संवादाता – अर्जुन रौतेला। आगरा शहर के नामी जूता उद्योगपति एव्ं समाजसेवी पूरन डाबर ने आज TN NEWS24 के साथ “अपने अपने राम” से इतर् “सबके राम” पर हृदय की बात साझा करते हुए कहा कि राम मंदिर मात्र मंदिर नहीं, न ही यहाँ मंदिर मस्जिद का प्रश्न है! प्रश्न भगवान राम की जन्मभूमि का, उतना ही महत्वपूर्ण है जितना यरूशलम, वैटिकन और मक्का मदीना है।
सक्षम डाबर के निदेशक पूरन डाबर ने कहा कि प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या को वैटिकन सिटी की तरह ऑटोनोमस स्टेट होना चाहिए। हिंदुओं के लिये ही नहीं बल्कि विश्व के सिविलाइजेशन और सनातन में आस्था रखने वालों के लिए आस्था का केंद्र होना चाहिए। जिस द्रुतगति से मंदिर का निर्माण हुआ है, उसके लिये न्यास और सरकार दोनों ही साधुवाद के पात्र हैं। अयोध्या के विश्वस्तरीय विकास के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री दोनों को साधु बाद प्रेषित किया और विकसित भारत की नींव प्राणप्रतिष्ठा के साथ रखी जा रही है।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।