आगरा संवादाता अर्जुन रौतेला। महिला सशक्तिकरण को समर्पित रूक्मणी महिला समिति का आज अधिष्ठापन समारोह वाटरवर्क्स स्तिथ अतिथिवन में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
समारोह की शुरुआत मां भारती की तस्वीर के समक्ष मुख्य अतिथि आगरा की शान डॉ. ज़ीनत जीशान, पल्लवी महाजन और मीरा माहेश्वरी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित एवं चित्र पर माल्यार्पण करके की।
समारोह को सम्बोधित करते हुए आर. बी. ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन की स्थाई सदस्या एवं वरिष्ठ समाजसेविका डॉ. ज़ीनत जीशान ने कहा कि जिस तरह से रूक्मणी महिला समिति के द्वारा समय समय पर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जाता है कभी कभी तो महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध समिति सड़क से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक इंसाफ दिलाने का कार्य भी बखूबी किया जाता है।
नंद उत्सव को महोत्सव का रंग देने के लिए समिति की सदस्या मिथिलेश चौधरी, कविता चौरसिया, लक्ष्मी गुप्ता, मोनिका वर्मा, मीनाक्षी वर्मा, उषा गुप्ता, मोनिका शर्मा, रचना राठौर, नविता लोहिया, दीपा राठौर आदि ने बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का हृदय जीत लिया।
कार्यक्रम का संचालन समिति की संस्थापिका एवं सारंक्षिका मनोरमा गुप्ता ने करते हुए कहा कि समिति की अधिकांश बहिनों ने स्वयं के जीवन से संघर्ष करते हुए खुद को स्थापित किया है अथवा समाज में खुद को बनाए रखा है।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।