अर्जुन रौतेला (संवादाता आगरा)। बृषभान घर जन्मी राधे, जन्म लियो कान्हा नंद घर…तो आज तो बधाइयां बाजे ब्रज धाम में…हाथी घाेड़ा पालकी बोलो जय युगल सरकार की…राधा कृष्ण के जयकारों के साथ मुरली की मधुर धुन पर जो जहां था वो वहीं बस आनंदित हो थिरके जा रहा था। मन चितवन हो रहा था और रोम रोम भक्ति की बयार से पवित्र। भक्ति और उमंग का ये रंग बिखरा था श्रीगिरिराज जी सेवक मंडल (परिवार) के राधा कृष्ण जन्मोत्सव में।
रविवार को वाटरवर्क्स स्थित अग्रवन में जन्मोत्सव की धूम मची थी। उत्सव का आरंभ मंडल के चरण सेवक अजय गोयल, मनोज गर्ग, श्याम माहेश्वरी, पवन कुमार अग्रवाल, नीरज कुमार और मनीष गोयल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सभी सदस्यों ने 25 किलो चांदी के हिंडोले में पधारे लड्डू गोपाल को झुलाया।
कार्यक्रम संचालन आरएस गुप्ता ने किया। हाथाें में मटकी और मुरली थामे राधा− कृष्ण के बाल स्वरूपों को देख− देखकर हर कोई भक्ति रस से अभिसंचित होता जा रहा था। नंद बाबा और यशाेदा मैया बनकर आए सदस्याें ने जमकर उपहार लुटाए।
वृंदावन से आए बांसुरी संस्था के कलाकारों ने राधा− कृष्ण के जन्म की लीलाओं का मनोहारी मंचन किया। विविध झांकियों के साथ सदस्य स्वतः ही थिरकने लगे। इस अवसर पर अभिषेक सिंघल, मनीष अग्रवाल, योगेश बंसल, नितिन अग्रवाल, विष्णु गोयल, सौरभ सिंघल, मोनू भीमसेन, डीजी मित्तल, उमेश कंसल, प्रदीप अग्रवाल, बृजमोहन रैपुरिया, करन गोयल, संजीव रस्तोगी, सुबोध यादव, शालू अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, अंकुश मित्तल, सीमा गोयल, स्वीटी गर्ग, उर्मिला महेश्वरी, कविता अग्रवाल, मनीषा गोयल, प्राची अग्रवाल आदि ने भक्तिरस का आनंद लिया।
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।