
अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। वरिष्ठ कवि व साहित्यकार रामेंद्र शर्मा रवि की काव्य कृति मेरी कविता मेरी पहचान का लोकार्पण आज आगरा विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर सभागार में संपन्न हुआ। प्रख्यात समालोचक एवं साहित्यकार आर एस तिवारी शिखरेश ने मेरी कविता मेरी पहचान की समीक्षा करते हुए कहा की रामेंद्र शर्मा रवि की यह कृति संस्कारों के आंगन से पल्लवित होकर मां शारदा की कृपा से सद्भाव, सद्कर्म एवं सकारात्मक की बुनियाद पर रंग-बिरंगा प्रसाद खड़ा करने में कामयाब रही है।
राजा बलवंत सिंह महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य डॉक्टर सुषमा सिंह ने कहा की कुप्रथाओं को तोड़कर गंतव्य रथ का मंतव्य सारथी कवि अंधविश्वासों से जूझता हुआ योद्धा बन जाता है वह अंधेरों की कालिख चीरता हुआ आगे बढ़ने को आतुर है। लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठतम कवि डाॅ. राजेन्द्र मिलन ने रवि की नारी रचना का पाठ करते हुए कहा कि सांस्कृतिक एवं सामाजिक मूल्यों के सागर में अवगाहन करता हुआ कवि भारत के गौरवशाली अतीत को संदर्भित करता है और नारी अस्मिता एवं उपादेयता पर वेबाकी से बोलता है-
क्या भूल गई हो गार्गी, सीता, सावित्री और आपला को। क्या था उनमें जो नहीं है तुम में सुलगाओ अपनी ज्वाला कोl
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर विनोद दत्ता ने कहा कि रामेंद्र शर्मा रवि मेरे कॉलेज समय के मित्र हैं और बहुत अच्छे कवि हैं उन्होंने कहा कि प्रस्तुत काव्य कृति में देश प्रेम के जज्बे से ओतप्रोत कवि भारत को देश नहीं वंदनीय मां का दर्जा देता है- यह भारत देश नहीं माँ है, नहीं वस्तु कोई यह खंडनीय। तुम पूज्यनीय तुम बंदनीय, तुम ध्यान योग्य अभिनंदनीय।
डाॅ.ब्रज बिहारी लाल बिरजू ने मां रचना का सस्वर संगीतमय पाठ किया। डाॅ. निशि राज जैन ने ‘नई कविता’ रचना का सस्वर पाठ किया। लोकार्पण कार्यक्रम में उपस्थित रचनाकारों ने रामेंद्र शर्मा की काव्य कृति मेरी कविता मेरी पहचान की रचनाओं का सस्वर पाठ किया। श्रीमती राज फौजदार, पद्मावती पदम, संजय गुप्त, राम वर्मा श्याम, डॉक्टर राजीव शर्मा निस्पृह, सुनीता चौहान, आचार्य उमाशंकर, हरवीर परमार, रेखा गौतम, पदम गौतम, हीरेंद्र नरवार, यादराम सिंह कवि किंकर, प्रभु दत्त उपाध्याय, राम अवतार शर्मा, योगेश शर्मा योगी आदि अनेक कवियों ने रामेंद्र शर्मा की रचनाओं का पाठ कर इस समारोह को बहुत ऊंचाइयाँ प्रदान कीं। समारोह में डाॅ. गोकुल चंद शर्मा, डाॅ विनोद महेश्वरी, डाॅ.लवकुश मिश्रा, डाॅ. ब्रजेश रावत, विजय गोयल आदि गणमान्यों की विशेष उपस्थित रही।लोकार्पण समारोह का सफल संचालन राकेश शर्मा निर्मल ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन रामेंद्र शर्मा के ज्येष्ठ पुत्र डॉ निखिल शर्मा ने दिया।

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