
फतेहपुर सीकरी हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के 17वें सज्जादानशीं बने पीरजादा अरशद फरीदी चिश्ती की सोमवार को पगड़ी रस्म (दस्तारबंदी) हुई। खानकाहों, दरगाहों के धर्मगुरुओं, मौलवी व सज्जादानशीं ने दुआ की।
पीरज़ादा रईस मियां चिश्ती ने अपने पुत्र पीरज़ादा अरशद फरीदी चिश्ती को 17वें सज्जादानशीं की गद्दी सौंपने की घोषणा की। भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि चिश्ती की चौखट से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। यह मेरा निजी अनुभव रहा है। पीरज़ादा अरशद फरीदी चिश्ती ने कहा कि शांति व सद्भाव का पैगाम बुलंदियों तक पहुंचाया जाएगा। रामपुर के सपा सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने नए सज्जादानशीं को मुबारकबाद देते हुए कहा कि यह पवित्र दरगाह गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है। सभी का मजहब सिर्फ इंसानियत है। अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के सैयद नदीम चिश्ती ने कहा कि मजार से रस्म रिवाज के साथ हमें अमन का पैगाम भी देना है। एतराम करना है।
उत्तराखंड सरकार के पूर्व हज मंत्री मौलाना जाहिद राजा रिजवी ने कार्यक्रम का संचालन किया। अपर आयुक्त पुलिस संजीव त्यागी ने कार्यक्रम में पहुंचकर नए सज्जादानशीं को बधाई दी। पूर्व विधायक शब्बीर अब्बास, पूर्व चेयरमैन त्रिलोकचंद मित्तल, डा. अमरनाथ पाराशर, बंटी सिसोदिया प्रधान, हाजी मास्टर बदरुद्दीन, सत्येंद्र यादव, अमरपाल मुखिया, साजिद जामनी, सैयद हमजा, मुमताज आलम रिजवी, आदि मौजूद रहे।





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