दिनांक :- 30/5/2025
श्री पीयूष गोयल जी
माननीय केंद्रीय मंत्री
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
भारत सरकार
नई दिल्ली
दिनांक: 30मई 2025
विषय: सूरत को विश्व स्तरीय टेक्सटाइल एवं परिधान निर्यात हब के रूप में विकसित करने हेतु रणनीतिक सहयोग एवं धरातलीय सहयोग की मांग:-
महोदय,
जय भारत ।
टेक्सटाइल एवं गार्मेंट कमिटी, CAIT, यह पत्र देश के सबसे बड़े सिंथेटिक टेक्सटाइल क्लस्टर – सूरत के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण निवेदन के साथ लिख रहा है ।
सूरत, जो दशकों से भारत की वस्त्र अर्थव्यवस्था की धुरी रहा है, आज वैश्विक टेक्सटाइल-परिधान निर्यात केंद्र बनने की पूर्ण क्षमता रखता है। किंतु नीति, अधोसंरचना, वित्तीय समर्थन और व्यापारिक सुरक्षा के अभाव में हजारों MSME इकाइयाँ एवं व्यापारी समुदाय संकट में हैं।
हम आग्रह करते हैं कि केंद्र सरकार इस अवसर को राष्ट्र के दीर्घकालिक आर्थिक विकास के लिए रणनीतिक निवेश के रूप में देखे।
हमारी मुख्य मांगें और सुझाव इस प्रकार हैं:
1. PM MITRA पार्क (नवसारी, सूरत) के विकास में तेजी लाएं
• कार्य धीमी गति से चल रहा है; इसे फास्ट ट्रैक पर लाया जाए।
• MSME के लिए आरक्षित ज़ोन, डिजाइन लैब, CETP, स्किल सेंटर स्थापित हों।
• लोकल क्लस्टर अथॉरिटी (LCA) में उद्योग प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।
2. CETP (Common Effluent Treatment Plant) की नई परियोजनाएं हों
• पांडेसरा, सूरत, सचिन, पलसाणा क्षेत्र में मौजूदा क्षमता पूरी हो चुकी है।
• PPP मॉडल में केंद्र व राज्य सरकार मिलकर नए CETP विकसित करें।
3. MSME को वित्तीय राहत व टैक्स इंसेंटिव मिले
• यार्न, प्रोसेसिंग, मशीनरी पर GST दर घटाकर 5% की जाए।
• कार्यशील पूंजी हेतु ब्याज सब्सिडी दी जाए।
• TUF (Technology Upgradation Fund) स्कीम पुनः प्रारंभ हो।
4. टेक्सटाइल निर्यात को बढ़ावा मिले
• सूरत को “Ease of Export Zone” घोषित किया जाए।
• सूरत-मुंद्रा/मुंबई पोर्ट कनेक्टिविटी को प्राथमिकता मिले।
• MSME निर्यातकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म, मार्केट लिंक, अनुदान प्रदान हों।
5. व्यापारी हितों की सुरक्षा हेतु “राष्ट्रीय टेक्सटाइल ट्रेड प्रोटेक्शन पॉलिसी” बनाई जाए
• बढ़ते साइबर क्राइम, बिचौलियों की धोखाधड़ी एवं वित्तीय अपराधों के विरुद्ध सख्त नियम लागू हों।
• ‘सुरक्षा सेतु’ जैसी प्रणाली को राष्ट्रीय स्तर पर कार्यान्वित किया जाए।
6. डिजाइन, ब्रांडिंग और स्किलिंग को समर्थन मिले
• सूरत में टेक्सटाइल डिजाइन सेंटर, फैशन टेक्नोलॉजी हब, R&D लैब स्थापित हों।
• MSME को ब्रांड निर्माण, पैकेजिंग, अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर हेतु सहायता मिले।
7. “टेक्सटाइल एक्शन टास्क फोर्स” का गठन हो
• इसमें उद्योग, सरकार, निर्यातक एवं MSME प्रतिनिधि शामिल हों।
• प्रत्येक तिमाही प्रगति की समीक्षा और कार्यान्वयन हो।
मान्यवर,
यदि उपरोक्त सुझावों पर नीति स्तर पर त्वरित निर्णय लिए जाएँ, तो सूरत भारत को $100 बिलियन टेक्सटाइल निर्यात क्लब में शामिल करने की दिशा में एक निर्णायक कदम सिद्ध होगा।
हमें विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत का टेक्सटाइल सेक्टर पुनः विश्व मानचित्र पर शीर्ष स्थान प्राप्त करेगा।
आपसे सादर आग्रह है कि उपयुक्त कार्रवाई हेतु इस पत्र को संज्ञान में लें एवं आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें।
सादर…
चम्पालाल बोथरा
राष्ट्रीय चेयरमैन – टेक्सटाइल एवं गार्मेंट कमिटी
CAIT (Confederation of All India Traders)
champalalbothra@gmail.com
+91 94261 57835
⸻प्रतिलिपि:
श्री गिरिराज सिंह जी
माननीय केंद्रीय मंत्री, वस्त्र मंत्रालयखास
2. श्री सी.आर. पाटिल जी
माननीय केंद्रीय मंत्री जलशक्ति मंत्रालय
3. श्री प्रवीण खंडेलवाल जी
सांसद , चाँदनी चौक , नई दिल्ली
टी यन न्यूज 24 आवाज जुर्मके खिलाफ सूरत से संवाददाता राजेंद्र तिवारी के साथ नरेंद्र प्रताप सिंह कि खास रिपोर्ट स्थानीय प्रेस नोट और विज्ञापन के लिए संपर्क करें 9879855419
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