
खेरली(अलवर)से सत्यवीर सैन की रिपोर्ट
खेरली/अलवर 31 अगस्त 2021
जिले के खेरली सीएससी पर चिकित्सकों का अभाव एवं अव्यवस्थाओं का दौर वर्षों से चला आ रहा है। जिसमें खास तौर पर महिला चिकित्सक की कमी होने के कारण प्रसव संबंधी आवश्यकताओं की कमी बनी हुई है। जिसके चलते महिलाओं को अन्यत्र प्रसव कराने जाना पड़ता है। साथ ही अस्पताल परिसर में वर्षों से कबाड़ के रूप में पढ़ी हुई जर्जर एंबुलेंस स्थान घेरे हुए हैं। विगत दिनों विधायक कठूमर द्वारा विधायक कोटे से रैफरल अस्पताल खेरली को एंबुलेंस भेंट की गई थी। लेकिन अभी तक जर्जर अवस्था में पड़ी हुई एम्बुलेंसों के निस्तारण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सीएससी खेरली के प्रभारी डॉक्टर अंकित जेटली ने बताया कि स्वास्थ्य एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलवर को इस संदर्भ में सूचना दी हुई है। शीघ्र ही इसके निस्तारण हेतु व्यवस्था करवाई जायेगी। इसके साथ ही डॉक्टर जेटली ने बताया कि अस्पताल में मेल नर्स प्रथम व सेकंड ग्रेड के कुल 9 पद रिक्त हैं। जिससे बहुत अधिक कठिनाई का सामना करना पढ़ रहा है। इसकी क्षतिपूर्ति के रूप में 2 कर्मचारी संविदा के रूप में लगाए हुए हैं। चिकित्सा अधिकारी ने बताया है कि इस समय प्रतिदिन की लगभग 800 से 900 मरीज ओपीडी में आते हैं। जिसकी आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है। ऐसी स्थिति में चिकित्सकों का अभाव अधिक समस्या उत्पन्न करेगा। वहीं बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञ के रिक्त पद पर नई नियुक्ति होने के बाद अब कुछ राहत मिली है। वैक्सीनेशन के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि विगत 3 से 4 दिनों में 2800 डोज लगाई जा चुकी हैं। जिसमें प्रथम डोज लगभग अधिकांश लोगों को लग चुकी है। और दूसरी डोज 84 दिनों में लगाने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त कोरोना जागरूकता के लिए अस्पताल परिसर में सूचनाएं डिस्प्ले की हुई हैं। तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन किया जा रहा है। डॉक्टर जेटली ने बताया कि उनके सीएससी अधिकारी बनने के बाद लगभग 20 से अधिक प्रसव खेरली सीएससी में करवाए गए हैं। जबकि पूर्व में दो से तीन प्रसव हुआ करते थे।





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