
प्रतिवर्ष की भांति त्योहारों में खाद्य पदार्थों की तेजी से मांग बढ़ जाती है इसी मांग की पूर्ति करने के लिए प्लास्टिक के डिब्बों व पैकटों में तथा टीन के पीपा से खुला हुआ कडुआ तेल, रिफाइंड , बेसन , खोवा आदि की दुकानों में जिले के कस्बों व ग्रामीण अंचलों में मिलावट का धंधा जोर पकड़ लेता है कारण आम आदमी की ही नहीं अपितु सभी परिवारों की इसकी आवश्यकता होली, रमजान महीने के रोजा में और ईद के दिन त्योहार में तरह – तरह पकवान, मीठा अपने घरों में खुशियों के साथ बनाने में सरसों का तेल, रिफाइंड – वनस्पति तेल, बेसन, खोवा आदि प्रयोग किया जाता है।बाजारों में तो छोडिये गाँवों में भी ये सब खुले में बिकती खुलेआम नजर आ रही है । जिसकी गुणवत्ता बेहद खराब होती है और यह मिलावटी खाद्य पदार्थ शरीर के स्वास्थ्य के लिए अति हानिकारक पूर्ण होता है । मिलावट खोर धंधे बाजों के द्वारा स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है इन सक्रिय मिलावटखोरों पर नकेल कसने की अति आवश्यकता है संबंधित विभाग को इसे गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेना चाहिए कठोर कार्यवाही किया जाना समय की मांग है बहराइच, रिसिया, मटेरा, नानपारा, इमामगंज, खैरीघाट, गायघाट, मिंहीपुरवा, महसी महराजगंज, रुपैईडीहा, बाबागंज,कस्बों में लगे हुए ग्रामीण क्षेत्रों में भी मिलावट खोर सक्रिय हैं छापेमारी कार्यवाही की जाये इति श्री नहीं जिससे सक्रिय मिलावटखोर की सक्रियता कम होने में मददगार साबित हो सके । मनोज त्रिपाठी 8081466787. बहराइच।





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