ग्रेटर नोएडा का युवक बना फर्जी कांस्टेबल : 6 साल से कर रहा है नौकरी, अब हाथरस में दर्ज हुआ केस
ग्रेटर नोएडा : नोएडा का एक युवक हाईस्कूल की मार्कशीट में जन्मतिथि बदलकर यूपी पुलिस में कांस्टेबल पद पर नौकरी कर रहा था। अब इस मामले में युवक के खिलाफ छह साल बाद कोतवाली हाथरस गेट में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है।
एएसपी की जांच में फर्जीवाड़ा आया सामने
ग्रेटर नोएडा के छांयसा जारचा निवासी धर्मपाल सिंह के पुत्र जितेंद्र मलिक का चयन 2018 में यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर हुआ था। वर्तमान में वह मुरसान कोतवाली में तैनात है। उसकी जन्मतिथि को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत मिली थी। इसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक ने की। एएसपी ने 12 जुलाई को अपनी जांच रिपोर्ट भेजी थी। एएसपी की जांच में पाया गया कि कांस्टेबल जितेंद्र मलिक ने अपनी जन्मतिथि बदलकर और फर्जी दस्तावेज तैयार कर कांस्टेबल की नौकरी हासिल की है। कांस्टेबल ने असली जन्मतिथि में छेड़छाड़ की है। जबकि जितेन्द्र मलिक ने 2007 व 2008 में वैदिक इंटर कॉलेज औरंगाबाद अहीर जिला बुलंदशहर, मूल पता गांव रामनगर गुला गु वटी बुलंदशहर में अपनी जन्मतिथि 15 अगस्त 1993 व 7 अप्रैल 1993 दर्शाकर परीक्षा दी थी। वह परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया।
जन्मतिथि 5 अगस्त 1994 दर्शाई
2012 में जितेन्द्र ने धर्मराज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निथवारी गोंडा जिला अलीगढ़ में हाईस्कूल की परीक्षा दी। उसने अपनी जन्मतिथि 5 अगस्त 1994 दर्शाई। इससे स्पष्ट है कि जितेन्द्र मलिक ने अपनी जन्मतिथि बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 2012 में हाईस्कूल व 2015 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर पुलिस विभाग में नौकरी प्राप्त कर ली। एएसपी की जांच के बाद कोतवाली हाथरस गेट के एसएसआई अनिल कुमार सारस्वत ने कांस्टेबल जितेन्द्र मलिक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 318, 338, 336 व 340 के तहत कोतवाली हाथरस गेट में मुकदमा दर्ज कराया है।
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