*हापुड़ न्यूज़*
*दर्द-ए-गाय:मोदी-योगी सरकार में शेखपुर गाँव में किस कदर बेहाल है गौ माता!*
है गौ रक्षकों!
गाय माता को बचा लो!
है गौ रक्षको!
देख लो
कैसे गौशाला बनी ‘मौतशाला’!
है गौ रक्षको!
खोज लो
कैसे गौशाला के अन्दर बना कब्रस्तान!
गाय के नाम पर इंसानो का कत्ले आम करने वाले इन तस्वीरों को ठीक से देखिये।ये हापुड़ जनपद के शेखपुर गाँव की तस्वीरे है।रूह कांप जाएगी।यकीन नही होगा कि ये गायों की दुर्दशा है।उस धरती पर जहाँ गायों के नाम पर इंसानो का कत्ले आम होता है।संसद से लेकर सड़क पर हंगामा होता है।गौ रक्षा के नाम पर दिनदहाड़े इंसानो को पिट-पीटकर मार दिया जाता है।वो लोग आज कहा है।हापुड़ के शेखपुर गाँव में आये दिन गाय मर रही है लेकिन आज तलक कोई गौ रक्षक भटने नही आया।गाँव के जिन लोगो ने आवाज उठानी भी चाही तो उनकी आवाज कानून के द्वारा दबा दी गई।शेखपुर गौशाला की तस्वीरें इतनी दर्दनीय है।जिन्हें हम साफ-साफ दिखा भी नही सकते।हमे गाय मरी हुई मिली।और जो जिंदा थी या तो वो भूख से तड़प रही थी या फिर जख्मी हो कर इधर-उधर भटक रही थी।पहले भी गाँव से आवाजे उठी थी।लेकिन ठेकेदार द्वारा चोरी या अन्य किसी फर्जी मुकदमे में फंसा दिया जाता है।इसलिए आज लोग सच जानकर भी मौन है।अगर ठेकेदार को लगता है कि गौशाला में मरने वाली गाय का कोई मामला लीक होता हुआ तो उसी गौशाला के अन्दर गाय का कब्रिस्तान बना देता है।सूत्रों से सूचना मिली है कि ठेकेदार का ये भी कहना है कि उन्होंने काफी बार जिलाधिकारी को शिकायत पत्र द्वारा मना भी किया है की उन्हें ये गौशाला नही चलानी लेकिन फिर भी मजबूरन चलानी पड़ रही है।लेकिन सवाल उठता है जो लोग गौ रक्षा के नाम पर राह चलते लोगो का कत्ले आम कर देते है वो कहा है?गाय के नाम पर सियाशी रोटियां सेंकने वाले लोग कहा है।नही आएंगे वो यहाँ पर क्योंकि अगर ऐसी गायों की मदद की तो फिर सुर्खियों में कैसे आएंगे।इसलिए आप साफ कह सकते है कि शेखपुर का ये गौशाला मौतशाला है।जो गाय जिन्दा बची है उनकी हालत देख कर कोई भी कह सकता है कि ये कुछ दिनों की महमान है।हड्डियां दिखाई पड़ रही है।क्या आपको नही लगता कि गायों की ऐसी दुर्दशा करने वाले ठेकेदार पर कानूनी कार्यवाही हो।।
*रिपोर्ट;-दीपक सागर*
Prem Chauhan
Editor in ChiefUpdated Video
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