अर्जुन रौतेला संवादाता आगरा। ताज लिटरेचर क्लब द्वारा आज दिनांक 10 नवंबर 2024 रविवार को संस्था कार्यालय, ताज लिटरेचर क्लब बेलनगर आगरा पर कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन में देश के कई शहरों से सुप्रसिद्ध कवियों ने भाग लिया एवं बेहतरीन रचनाएं प्रस्तुत करके श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। पहले सत्र में कवि सम्मेलन और दूसरे सत्र में आगरा में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले आगरा वासियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर (पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय कवि), विशिष्ट अतिथि अंगद धारिया, संस्था के संस्थापक इं. राजकुमार शर्मा, अध्यक्ष श्री महेश चंद्र शर्मा, वरदान शर्मा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया।
प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर जी पूर्व सांसद राष्ट्रीय कवि फिरोजाबाद, डॉ अंगद सिह धारिया कवि गीतकार (संचालन एवं सूत्रधार), कवि शैलेन्द्र बशिष्ठ, कवि परमानन्द शर्मा, कवि राम राहुल हास्य सम्राट टूंडला, कवि राकेश निर्मल गजलकार, कवि प्रांजल प्रताप सिंह गीतकार, कवयित्री अनुपमा दीक्षित, कवि सुखप्रीत सिंह सुखी, सत्येंद्र तोमर, नीरज जैन द्वारा काव्य पाठ किया गया।
ताज लिटरेचर क्लब की संस्थापिका भावना वरदान शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दवारा अतिथियों का अभिवादन किया।
उन्होंने कहा सस्था आगरा में विगत 10 वर्षों से लगातार साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। और देशभर के कवियों को आमंत्रित करती रही है। संस्था लेखकों के लिए एक सशक्त मंच है जिसका उद्देश्य हिंदी साहित्य को बढ़ावा देना है।
प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर ने ओजस्वी कविता से उत्साह का संचार कर दिया।
कार्यक्रम के संचालक और सूत्रधार कवि अंगद धारिया ने एक के बाद एक कविताएं प्रस्तुत कर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
संस्था दवारा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया जिसमें सिविल सोसायटी आगरा के संस्थापक अनिल शर्मा, शैलेंद्र कुमार शर्मा बृजवानी रेडियो आर जे राखी त्यागी, स्वच्छता अभियान के लिए डॉ.आनंद राय, सांस्कृतिक क्षेत्र में टोनी फास्टर, समाजसेवा में ठा. मनीषा सिंह को साहित्य शिल्पी सम्मान से सम्मानित किया गया।
गरिमामई उपस्थिति रही राकेश लवानियां, कुंवर संजीव सिंह, राज किशोर शर्मा, संजय गुप्त, सुधा शर्मा आदि।
कार्यक्रम में बृजेश अग्रवाल, लालाराम तैनगुरिया, गौरव शर्मा, अलका सिंह शर्मा, अरुन भारद्वाज आदि उपस्थित रहे।
काव्य रस धारा की प्रस्तुतियों के अंश :-
उठो साथियों निज धर्म बिक ना जाए
यही आरजू है मेरी कवि गणों से की सब कुछ बिके पर कलम बिक न जाए….प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर
पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय कवि फिरोजाबाद
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अब हमारी दस्तरस से दूर हो गए गाँव
शहर में तो लोग चलते नित नवेले दांव
इस तरह भटकन बढ़ी है ज़िन्दगी में आज
रखते कहीं हैं हम मगर पड़ते कहीं हैं पाँव….राकेश निर्मल
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मन से कहना मन की बातें आंखों से ना बहना तुम
मेरे दुश्मन जो हमेशा है मुझे कुछ देखकर मैं थोड़ा सा मुस्कुराकर उनको कातिल बना देतती हूं….रेखा लड्ढा
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जुर्म का सर पैरों से दबाना पड़ता है
शौर्य दुश्मनों को दिखाना पड़ता है
हर सर होता नहीं पगड़ी के काबिल
पगड़ी के लिए सर कटाना पड़ता है….सुखप्रीत सिहं “सुखी ”
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फल वैसा ही मिलेगा जैसा बीज डाला जाएगा
बुजुर्गों को जैसे पालोगे तुम्हें भी पाला जाएगा। मां बाप को वृद्ध आश्रम भेजने वालों एक दिन तुम्हें भी घर से निकल जाए
श्री….राम राहुल टूंडला हास्य कवि
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घर की कमियां छुपाती हैं ये बेटियाँ।
हमको जीना सिखातीं हैं ये बेटियाँ।
मान मर्यादा नीति का संकल्प ले।
दोनों कुल को निभातीं हैं ये बेटियाँ….डॉ.अंगद सिंह धारिया कवि गीतकार आगरा ।
धन्यवाद्
भावना वरदान शर्मा
संस्थापिका ताज लिटरेचर क्लब
8941079991/7617771768
सचिव ब्रजेश अग्रवाल 7906273659
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रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद।
सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।।
मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना “दर्द अथवा कठिन कर्म” करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।