संवाददाता अर्जुन रौतेला। मुजफ्फरनगर भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी शाह आलम की अगवाई में
संयुक्त किसान क्रांति मोर्चा की बैठक प्रदेश कार्यालय मीनाक्षी चौक पर संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता चौधरी विजेंद्र सिंह ने की और संचालन एडवोकेट फरमान त्यागी ने किया
दिल्ली कृषि कानून आंदोलन के बीच सामने आए संयुक्त किसान मोर्चे ने बाद एक बार फिर से केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देशभर के दर्जनों किसान संगठनों ने एक जुट होकर संयुक्त किसान क्रांति मोर्चे (SKKM) का गठन कर दिया है जिसकी आज दूसरी बैठक पश्चिम उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में आयोजित की गई। संयुक्त किसान क्रांति मोर्चे की दूसरी बैठक में दिल्ली उत्तराखंड के अलावा अन्य प्रदेश से भी किसान संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे। संयुक्त किसान क्रांति मोर्चा की इस दूसरी बैठक में तीन बड़े मुद्दों को लेकर चर्चा की गई। जिसमें उत्तराखंड राज्य में शुरू हुई यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किए जाने पर विरोध जताया गया इसके साथ-साथ संयुक्त किसान क्रांति मोर्चे ने देशभर में चुनाव के दौरान EVM बंद कर बेलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग रखी गई। संयुक्त किसान क्रांति मोर्चा की बैठक में उत्तर प्रदेश का विभाजन कर राज्य से पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य को अलग करने की मांग भी रखी गई। संयुक्त किसान क्रांति मोर्चा की दूसरी बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी शाह आलम ने संगठन के विस्तार और किसानों की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त किसान क्रांति मोर्चा के बैनर तले दिल्ली में एक बड़े आंदोलन करने की बात कही।
बैठक में भोपाल सिंह उत्तराखंडी,परम धर्म संसद शंकराचार्य सदस्य टीम, अन्ना हजारे राष्ट्रीय कमेटी सदस्य, भारतीय किसान यूनियन रोहटा, भारतीय किसान यूनियन वर्मा, भारतीय किसान यूनियन एकता, भारतीय किसान यूनियन रोड,भारतीय किसान यूनियन ऑल इंडिया, किसान मजदूर से एकता सहायता समिति, भारतीय किसान यूनियन किसान जन सेवक, भारतीय किसान यूनियन योद्धा, भारतीय किसान यूनियन स्वतंत्र,मीम भीम खालसा सहित अन्य दर्जनों संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने प्रतिनिधियों के साथ उपस्थित रहे।
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