बांदा में जदयू कार्यालय पर धूमधाम से मनाई गई महात्मा बुद्ध जयंती, वक्ताओं ने बताया बुद्ध का दर्शन आज भी प्रासंगिक

संवाददाता अर्जुन रौतेला। जनता दल यूनाइटेड कार्यालय, बांदा में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर महात्मा बुद्ध की जयंती बड़े श्रद्धा, सम्मान और सामाजिक संदेश के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में बुद्ध वंदना और दीप प्रज्वलन के साथ आयोजन की शुरुआत हुई। आयोजन की अध्यक्षता जदयू जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता ने की, जबकि संयोजन समाज सुधार वाहिनी प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष गरिमा सिंह पटेल ने किया।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जदयू की प्रदेश उपाध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने कहा कि महात्मा बुद्ध के विचार आज भी दुनिया को मार्ग दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुद्ध का मार्ग संघर्ष नहीं, समाधान का मार्ग है, और राजनीति सहित हर क्षेत्र में अगर उनके सिद्धांतों को अपनाया जाए तो समाज में शांति, समानता और सह-अस्तित्व की भावना को मजबूत किया जा सकता है।

कार्यक्रम की संयोजक गरिमा सिंह पटेल ने कहा कि बुद्ध ने समाज को अंधविश्वास, छुआछूत और जातिवाद से मुक्ति दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे बुद्ध के विचारों को अपनाकर एक नैतिक और संवेदनशील समाज के निर्माण में सहभागी बनें।

जिला महासचिव बाबूलाल चौधरी ने कहा कि आज जब दुनिया अशांति, हिंसा और भटकाव के दौर से गुजर रही है, बुद्ध का संदेश और अधिक प्रासंगिक हो गया है। युवा प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष आदित्य गोस्वामी ने कहा कि आज हर देशवासी को मानवता को धर्म मानते हुए दूसरों की सहायता और सेवा में आगे आना चाहिए — यही बुद्ध का असली संदेश है।

इस अवसर पर जदयू जिला महासचिव निशांत चक्रवर्ती, नगर विकास प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष काशी प्रसाद याज्ञिक, सक्रिय कार्यकर्ता सुखीराम प्रजापति, कमलेश कुमार और सुमित्रा देवी सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने बुद्ध के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम का समापन बुद्ध के ‘धम्मपद’ से उद्धरणों और ‘सभी प्राणी सुखी हों’ की मंगलकामना के साथ हुआ।

अन्य खबरों हेतु संपर्क करें संवादाता अर्जुन रौतेला 8868868461

Follow us on →     
IMG-20241223-WA0034

Updated Video
 
IMG-20241223-WA0034
gc goyal rajan
  • अर्जुन रौतेला आगरा

    रंग लाती है हिना पत्थर से पिस जाने के बाद। सुर्ख रूह होता है इंसान ठोकरें खाने के बाद।। मेहंदी का रंग प्राप्त करने के लिए उसको पत्थर पर पिसा जाता है, तब लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं, ठीक उसी तरह मनुष्य जो जितना "दर्द अथवा कठिन कर्म" करता है, लोग उसी की तरफ आकर्षित होते हैं।

    Related Posts

    तारीख 12 को अहमदाबाद इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर हुए विमान क्रैश मैं अपनी जान गवाने वाले मृतको को सूरत शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई

    सूरत शहर 13/6/2025 आज 12 तारीख को हुए अहमदाबाद इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर एयर इंडिया का विमान क्रॉस होते से लगभग 265 लोगों की मृत्यु हो गई हादसा इतना भयंकर…

    दिव्यांगजनों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ जदयू का ज्ञापन, कहा– ‘‘अब चुप नहीं बैठेगा दिव्यांग समाज’’

    अर्जुन रौतेला संवादाता। उत्तर प्रदेश में दिव्यांगजनों पर हो रहे हमलों, हत्याओं और उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक जोरदार…

    Leave a Reply