*जनकल्याणकारी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरी पारदर्शिता व गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश:* जिलाधिकारी
*सड़कों के गड्ढा मुक्ति के कार्यों में किसी भी तरह की शिथिलता बर्दाशत नहीं की जायेगी
आज जिलाधिकारी अनुज सिंह व मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह ने जनपद के कलेक्ट्रेट के सभागार में सर्वप्रथम उ0प्र0 शासन द्वारा निर्धारित महत्वपूर्ण 37 बिन्दुओं में से विकास कार्यक्रमों से सम्बन्धित प्रगति की समीक्षा बैठक की। तत्पश्चात रूपये 50 लाख से अधिक लागत वाली परियोजनाओं की समीक्षा की।
बैठक में जिलाधिकारी ने शासन की प्राथमिकता वाले 37 प्रारूपों व 71 बिंदुओं की विकास कार्यक्रमवार, बिंदुवार, मदवार समीक्षा की एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को शासन की प्राथमिकता वाली विकास योजनाओं में तेजी से प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा प्रत्येक योजना की ग्रेडिंग की जा रही है अतः सभी अधिकारी तेजी से कार्य कराएं। शासन की मंशानुरूप विकासपरक कार्यक्रमों, जनकल्याणकारी योजनाओं, लाभार्थीपरक कार्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से पूरी पारदर्शिता व गुणवत्ता से पूर्ण किया जाए। कार्यदायी संस्थाओं पर शिथिल नियंत्रण रखने वाले अधिकारियों पर भी कार्यवाही की जाये। सभी कार्यालयाध्यक्ष अपने-अपने विभागों से जुड़े कार्यों का अभिनव प्रयोग करने की कोशिश करें, ताकि शासन की मंशा के अनुरूप बेहतर कार्य जो अभिनव प्रयोग के रूप में मिलें, उन्हें योजनाओं में शामिल किया जाए। सभी निर्माण कार्यों का दैनिक पर्यवेक्षण किया जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए की प्रत्येक कार्य स्थल पर कितने मजदूरों द्वारा कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने एक्सन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से सड़कों के निर्माण की प्रगति जानते हुये कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सड़कों के गड्ढा मुक्ति करण के कार्यों में किसी भी तरह की शिथिलता बर्दाशत नहीं की जायेगी। अधिशाषी अभियन्ता विद्युत से जनपद में उपलब्ध करायी जा रही बिजली के बारे में पूछा तथा आवश्यक दिशा निर्देश देते हुये कहा कि बिजली कम से कम 18 घण्टे मिलनी चाहिये, किसी भी नागरिक को बिजली की समस्या नही होनी चाहिय l उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से सामुदायिक शौचालय, आॅपरेशन कायाकल्प, पंचायत भवनों का निर्माण आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अमृत योजना, स्मार्ट सिटि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आजीविका मिशन, मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन, मत्स्य पालन हेतु तालाबों का आवंटन, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, कन्या सुमंगला योजना, आई0सी0डी0एस0(पोषण अभियान), प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना आदि बिन्दुओं पर विस्तार से समीक्षा की l उन्होंने किसान सम्मान निधि, पीएम फसल बीमा योजना सहित अन्य किसान परक योजनाओं की अद्यतन प्रगति जानी। जिलाधिकारी ने निराश्रित गोवंश की समीक्षा करते हुए गो-आश्रय स्थल, संरक्षित गोवंश व सहभागिता योजना से सुपुर्दगी कराए गए गोवंश की संख्या जानी। उन्होंने कहा आश्रय स्थल में संरक्षित गोवंश के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए। सर्दी के मौसम को देखते हुए बड़े व छोटे गोवंश हेतु डांट से तैयार की गई झूल पहनाई जाए ठंड से कोई भी पशु मरना नहीं चाहिए यदि ठंड से किसी पशु की मृत्यु हुई तो मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी जिम्मेदार होंगे l उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से विद्यालयों में हुये कायाकल्प के कार्यों की स्थिति जानी, उन्होंने कहा प्रत्येक स्कूल में शौचालय अवश्य होना चाहिये, साथ ही पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था होनी चाहिये। स्कूलों में मास्क आदि की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिये।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 रेखा शर्मा से जनपद में डेंगू के केस व कोविड-19 के केस की जानकारी ली, चिकित्सकों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली, टीकाकरण अभियान में आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष लोगों का टीकाकरण हो रहा है।
जिलाधिकारी ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि ज्यादातर योजनाओं को 15 नवम्बर तक पूर्ण करने का प्रयास करें किसी भी तरह की समस्या आती है तो उससे जिला प्रशासन को अवश्य अवगत करायें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह , मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रेखा शर्मा उपनिदेशक कृषि विपिन द्विवेदी डीपीआरओ वीरेंद्र सिंह परियोजना अधिकारी डूडा , जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी गण मौजूद रहे।
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*रिपोर्ट;-दीपक सागर*
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