आजमगढ़ 12 अगस्त 22
रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ रक्षा करने वाला बंधन मतलब धागा है। इस पर्व में बहनें अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। रक्षा बंधन को राखी या सावन के महिने में पड़ने के वजह से श्रावणी व सलोनी भी कहा जाता है। यह श्रावण माह के पूर्णिमा में पड़ने वाला हिंदू तथा जैन धर्म का प्रमुख त्योहार है।
श्रावणी पूर्णिमा में, रेशम के धागे से बहन द्वारा भाई के कलाई पर बंधन बांधे जाने की रीत को रक्षा बंधन कहते हैं। पहले के समय रक्षा के वचन का यह पर्व विभिन्न रिश्तों के अंतर्गत निभाया जाता था पर समय बीतने के साथ यह भाई बहन के बीच का प्यार बन गया है।आज रक्षा बंधन का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है,शोशल मीडिया के युग में भी यह त्योहार दो दिन मनाया गया,बहुत से ज्योतिषाचार्य 11 अगस्त को भी मनाने का निर्णय लिया तो कइयों ने 12 अगस्त यानी आज का दिन बताया।परंतु हमारे समाज ने दोनो ज्योतिषाचार्य की बात मानकर दोनो दिन रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जा रहा है।
रिपोर्टर
आदित्य नारायण वर्मा
ब्यूरो चीफ
TN NEWS 24
आवाज़ जूर्म के खिलाफ़
आजमगढ़।
Prem Chauhan
Editor in ChiefUpdated Video
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