राधास्वामी दृष्टिबाधित संस्थान ने मनाया 18 वां स्थापना दिवस
आगरा आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय के द्वारा 15 अक्टूबर को स्थापना दिवस का आयोजन यूथ हॉस्टल, संजय पैलेस आगरा में किया गया इस समारोह के मुख्य अतिथि कार्यक्रम अध्यक्ष नीरज गुप्ता महानगर उपाध्यक्ष भाजपा एवम् विशिष्ट अतिथि दीपक कालरा अध्यक्ष (दिल से फाउंडेशन), देवेंद्र सिंह चौधरी ( संस्थापक D.S.R पैथलॉजी आगरा), धीरज अरोड़ा (समाज सेवी), सुदीप कुमार गुप्ता उर्फ़ कन्हिया भाई ( समाज सेवी), हर्ष यादव (समाज सेवी), राकेश गुप्ता अध्यक्ष (रोशनलाल गुप्ता मैमोरियल फाउंडेशन), राजेश्वरी बघेल (अध्यक्ष नारी दर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट), कल्पना बंसल (समाज सेविका), पल्लवी महाजन (अध्यक्षा संस्थापिका संत शिरोमणि रविदास फाउंडेशन), राजेश बघेल, दीपक गुप्ता विक्की गर्ग हरि बोल सेवा समिति आदि समाज सेवी मौजूद रहे कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया । सीमा, मनोज, भावना, राधा, मुस्कान, मोहिनी द्वारा सरस्वती वंदना, स्वागत गीत एवम् संस्कृति कार्यक्रम किए। मिशन टू दा ब्लाइंड के पदाधिकारियों राजेंद्र जेना, विमलेश भारती, जिसाया द्वारा दृष्टिबाधित छात्रों को छड़ियां वितरण की गईं। दिल से फाउन्डेशन के अध्यक्ष दीपक कालरा जी के द्वारा ब्रेल स्टेशनरी उपलब्ध कराई गई। संस्थान के अध्यक्ष राकेश कबीर जी ने बताया कि राधास्वामी दृष्टिबाधिततार्थ संस्थान (आगरा आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय ) जिसकी स्थापना 15 अक्टूबर 2006 को श्वेत छड़ी दिवस के अवसर पर की गई इस अवसर पर आगरा जिले के कई दृष्टिबाधित (दिव्यांग) व्यक्ति एकत्रित हुए बहुत विचार विमर्श करने के पश्चात सर्वसहमती से यह निर्णय पर पहुंचे की आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय आगरा शहर में एक भी नहीं है जिससे दृष्टिबाधित छात्र छात्राओं को अध्ययन अध्यापन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इस समस्या को दूर करने के लिए 9 सदस्यशीय कमेटी गठित की गई और आवश्यक कार्य करने हेतु कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई तत्पश्चात 27 जून 2007 को धनौली स्थित राधास्वामी दृष्टिबाधितार्थ संस्थान (आगरा आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय) का उद्घाटन उस समय के सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल जी की धर्मपत्नी श्रीमती मधु बघेल जी के कर कमलों से किया गया उस समय 4 विद्यार्थियों से विद्यालय का आरंभ हुआ भवन किराए का होने के कारण कई भवनों को बदलना पड़ा जैसे कि धनौली से हम लोग आगरा शहर बोदला में जाना पड़ा और इसके पश्चात हम फाउंड्री नगर स्थित जगदंबा डिग्री कॉलेज परिसर में पहुंचे उन्होंने इस विद्यालय का सहयोग किया और काफी लंबे समय तक विद्यालय सुचारू रूप से चलता रहा इसके बाद उनको भी स्थान की आवश्यकता पड़ी इसके पश्चात हम सी 218 ए डी ए निकट पेठा नगरी कालिंद्री बिहार मे 2014 को किराए के भवन में आए किंतु भवन को इन शर्तों पर लिया गया कि जब तक विद्यालय का स्थाई रूप से भूमि कहीं नहीं मिल जाती है तब तक इस किराए के भवन में दृष्टिबाधित छात्र एवं छात्राओं का पठन-पाठन सुचारू रूप से चलता रहे इन 17 वर्ष के सफर में इस विद्यालय से 22 छात्र एवं छात्राएं अपना अध्ययन पूर्ण कर विभिन्न सरकारी विभागों में सेवा प्रदान कर रहे हैं। जैसे रेलवे, बैंक, ssc, अध्यापक आदि के पद पर कार्यरत हैं
कई वर्षों से आगरा जिला प्रशासन को निशुल्क भूमि पट्टे एवं लीज पर आवंटित करने हेतु ज्ञापन दिया जा रहा था जिस के संबंध में कोई उचित संज्ञान नहीं लिया जा रहा था परंतु विद्यालय के 15 वा स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर माननीय महापौर नवीन जैन जी विद्यालय में सुशोभित हुए और उन्होंने विद्यालय का निरीक्षण कर विद्यार्थियों को कंप्यूटर एवं पठन-पाठन को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए और उन्होंने यह घोषणा की कि इन विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए आगरा जिला प्रशासन से निशुल्क भूमि आवंटित करने का प्रयास करेंगे यह मेरा पूर्ण वादा है जिसके फलस्वरूप आज वर्तमान में हमें नगर निगम से भूमि आवंटित की गई हैं किंतु अभी तक लीज डीड पट्टा विलेख पंजीकृत नही हो पाया संस्थान द्वारा माननीय महापौर महोदया से विनम्र अपील की गई कि लीज पट्टा विलेख पंजीकृत शीघ्र कराया जाए जिससे दृष्टिबाधित छात्र छात्राओं की शिक्षण प्रशिक्षण एवं पुनर्वास की वयवस्था सुचारु रूप से हो सके।
आगामी लक्ष्य
आगरा आवासीय दृष्टिबाधित विद्यालय में वर्तमान समय में 32 छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं आगरा के आसपास जिलों से और दृष्टिबाधित छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रवेश लेना चाहते हैं परंतु हमारे पास जगह ना होने के कारण वे प्रवेश से वंचित रह जाते हैं इस समस्या को हल करने के लिए आगामी लक्ष्य है जो कि आगरा नगर निगम से जो भूमि आवंटित हुई है उस भूमि पर 240 छात्र छात्राओं के लिए छात्रावास,भोजनालय, क्रीड़ा स्थल, विद्यालय भवन का निर्माण कर विद्यार्थियों का उज्जवल भविष्य एवं आत्मनिर्भर बनाने का उद्देश्य है
इतना ही नहीं इन विद्यार्थीयों को 12वीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तो इन समस्याओं का समाधान करने के लिए उच्च शिक्षा हेतु शिक्षण एवं प्रशिक्षण स्पेशल डीएड बी एड स्पेशल कंप्यूटर एजुकेशन शिक्षा देने का केंद्र बनाने का द्देय है जब कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना से दृष्टिबाधित हो जाते है जिनको पता ही नहीं है कि दृष्टिबाधित विद्यालय भी होता है और उनकी आयु ज्यादा हो गई है उनके लिए व्वायसायक प्रशिक्षण देने का भी सेंटर बनाने का उद्देश्य है जिसके तहत मोमबत्ती,अगरबत्ती, बैग, साबुन बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा l जिससे दुर्घटना से दृष्टिबाधित व्यक्ति आत्मनिर्भर,सुखद एवं सफल जीवन यापन कर सकें।
इस अवसर पर संस्थान की ओर से संस्थापक श्री जगन्नाथ सिंह बघेल, श्री राकेश कबीर (अध्यक्ष) , श्री बलराज सिंह (कोषाध्यक्ष), श्री स्वामी प्रताप सिंह बघेल (सचिव), अध्यापक फिरोज आलम, राम भवन प्रजापति, श्री राम अध्यापिका जाकिया बनो, कर्मचारी योगेश कुमार, बबिता आदि उपस्थित रहे। संस्था के अध्यक्ष जी द्वारा कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।
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